बीजेपी के संकल्प पत्र में राम मंदिर निर्माण के लिए संभावनाएँ तलाश कर सौहार्दपूर्ण माहौल में मंदिर निर्माण करवाने के ज़िक्र पर राम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि बीजेपी के लिए यह आख़िरी मौक़ा है।
भारतीय जनता पार्टी ने अपने संकल्प पत्र में यह साफ़ कर दिया है कि वह राष्ट्रवाद को चुनावी मुद्दा ही नहीं बनाएगी, उस पर पहले से अधिक आक्रामक रवैया भी अपनाएगी।
बीजेपी के घोषणापत्र पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने कहा है कि घोषणापत्र की तसवीर बताती है कि हमारे लिए देश के लोग महत्वपूर्ण हैं और उनके लिए अपना चेहरा। बीजेपी के घोषणा पत्र में सिर्फ़ एक व्यक्ति के "मन की बात"।
राष्ट्रवाद और उग्र हिन्दुत्व एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी के चुनाव घोषणापत्र की प्रमुख बातें बन कर उभरी हैं। नरेंद्र मोेदी ने साफ़ कहा है कि राष्ट्रवाद हमारी प्रेरणा है।
'सबका साथ, सबका विकास' का नारा देकर 2014 में सत्ता में आने वाली बीजेपी इस बार क्या वायदे करेगी, सोमवार को साफ़ हो जाएगा जब पार्टी अपना चुनाव घोषणापत्र जारी करेगी।
क्या इस लोकसभा चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों का बकाया भुगतान और आवारा पशुओं की समस्या के मुद्दे चुनाव को प्रभावित करेंगे? इस सवाल का जवाब इससे मिलेगा कि गन्ना किसान नाराज़ हैं या ख़ुश।
नरेंद्र मोदी के 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही अहमद पटेल उनके और अमित शाह के निशाने पर रहे हैं। पिछले पाँच साल में अहमद पटेल पर इन हमलों के क्या हैं कारण?
पन्द्रह सालों की सत्ता गँवाने के बाद मध्य प्रदेश बीजेपी अपने पुराने और बुरे दौर में खड़ी नज़र आ रही है। फ़िलहाल प्रदेश बीजेपी के हाल मध्यप्रदेश की सत्ता वापसी के पहले वाली कांग्रेस खेमे जैसे बने दिख रहे हैं।
अगर अर्थव्यवस्था और बेरोज़गारी के मसले पर वोट डाले गये तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी को बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। हो सकता है कि वह दुबारा प्रधानमंत्री न बनें।
'राष्ट्रवाद', और देश की आंतरिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर घेरने वाली बीजेपी को कांग्रेस ने अब मोदी के पुराने भाषणों से जवाब दिया है। कांग्रेस ने ऐसे पुराने भाषणों वाले वीडियो दिखाकर चार सवाल पूछे हैं।
चुनाव को बेरोज़गारी, किसानों की ख़राब हालत जैसे अहम मुद्दों से हटाकर राष्ट्रवाद, देशप्रेम, पाकिस्तान विरोध और हिंदू-मुसलमान पर केंद्रित करने की कोशिश की जा रही है।