अगले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी गठबंधन को सिर्फ़ 25 सीटें मिलेंगी, यानी उसे 48 सीटों का नुक़सान होगा। एबीपी-सी वोटर चुनाव पूर्व सर्वे में यह पाया गया है। यदि चुनाव के नतीजे भी ऐसे ही हुए, तो यह सत्तारूढ़ दल के लिए भारी मुसीबत का सबब बन सकता है, क्योंकि सबसे ज़्यादा 80 सांसद इसी राज्य से आते हैं।
दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन को 51 सीटें मिल सकती हैं। विपक्षी दलोें के लिए यह बड़ी कामयाबी होगी क्योंकि पिछले चुनाव में इस राज्य जहां एसपी को सिर्फ़ 5 सीटें मिली थीं, बसपा एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। यदि नतीजा सर्वे के अनुसार ही रहा तो एसपी-बीएसपी गठजोड़ अगली सरकार बनाने में अहम भूमिका निभा सकती हैं। इसके साथ ही कांग्रेस को 4 सीटें मिलने की संभावना है। पिछले चुनाव में इसे सिर्फ़ 2 सीटें मिली थीं।
उत्तर प्रदेश में एसपी-बीएसपी गठबंधन को 43 फ़ीसद वोट मिल सकता है जबकि एनडीए को 42 प्रतिशत वोट मिलता दिख रहा है। लेकिन यूपीए का वोट शेयर 12.7 फ़ीसद हो सकता है।
पूर्वांचल के कुल 21 सीटों में से एनडीए को 6 और एसपी-बीएसपी गठबंधन को 15 सीटें मिलने का अनुमान है। इस इलाक़े में कांग्रेस और इसके साथ के दलों को एक भी सीट मिलती नहीं दिख रही है। इस क्षेत्र की मुख्य सीटें वाराणसी, आजमगढ़, गोरखपुर, गाजीपुर, बलिया हैं। पूर्वांचल में महागठबंधन को 43.9 फ़ीसदी और एनडीए को 39.6 फ़ीसदी वोट मिल सकते हैं। दूसरी ओर, यूपीए को 11.9 प्रतिशत और अन्य को 4.6 फ़ीसदी वोट मिल सकता है।
बिहार में बीजेपी गठबंधन मजबूत
एबीपी-सी वोटर ओपिनियन पोल पर भरोसा किया जाए तो बिहार की 40 सीटों मे से एनडीए को 35 और राजद की अगुआई वाले विपक्षी गठबंधन को महज 5 सीटें मिलने का अनुमान है। सर्वे से लगता है कि एनडीए को नीतीश कुमार का साथ मिलने से फ़ायदा होगा। जहाँ तक एनडीए की बात है, बीजेपी को 15 और जेडीयू-एलजेपी को 20 सीटें मिलने का अनुमान है। दूसरी ओर, विपक्षी महागठबंधन में आरजेडी को चार और कांग्रेस को एक सीट मिल सकती है। इससे संकेत मिलता है कि उपेंद्र कुशवाहा की अगुआई वाले आरएलएसपी को एक भी सीट नहीं मिलेगी।सर्वे के मुताबिक़, बिहार में एनडीए को 45.10 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं जबकि यूपीए को 37.50 फ़ीसद वोट मिल सकते हैं। अन्य का वोट शेयर 17.40 प्रतिशत हो सकता है।
महाराष्ट्र में कांग्रेस आगे
एबीपी-सी वोटर सर्वे पर भरोसा करें तो महाराष्ट्र में एनडीए को महज 16 सीटें ही मिलेंगी। लेकिन, कांग्रेस की अगुआई वाली यूपीए गठबंधन जोरदार वापसी कर सकती है और उसे राज्य की 28 सीटों पर जीत मिल सकती है। साल 2014 के चुनाव की तुलना में एनडीए को इस बार 25 सीटों का नुक़सान होता दिखाई पड़ रहा है।वोट शेयर के मामले में भी एनडीए गठबंधन यूपीए गठबंधन से पिछड़ता दिखाई पड़ रहा है। उसे इस राज्य में 38.4 प्रतिशत तो यूपीए को 42.4 फ़ीसद वोट मिल सकते हैं। शिवसेना को 11.4 फ़ीसद और अन्य को 7.8 फ़ीसद वोट मिलने का अनुमान है।
गुजरात में मोदी लहर
एबीपी न्यूज़ और सी वोटर सर्वे के मुताबिक़, नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में एनडीए यूपीए से बहुत आगे है। यहाँ 26 लोकसभा सीटों में एनडीए को 24 और यूपीए को दो सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं। सर्वे में यह भी पाया गया है कि वोट शेयर के मामले में भी एनडीए यूपीए से बहुत आगे है। उसे 54.1 प्रतिशत और यूपीए को 39.1 फ़ीसद वोट मिल सकते हैं। अन्य का वोट शेयर 6.8 प्रतिशत हो सकता है।पूर्वोत्तर
एबीपी न्यूज़-सी वोटर ओपिनियन पोल के मुताबिक़, पूर्वोत्तर की कुल 25 सीटों में से एनडीए को 14 सीटें मिलती दिख रही हैं। दूसरी ओर, यूपीए के खाते में 9 सीटें जा सकती हैं। वहीं, अन्य को 2 सीटें मिलने का अनुमान है।
इस ओपिनियन पोल की मानें तो छोटे और स्थानीय दल चुनाव के बाद मजबूत बन कर उभरेंगे। बीजेपी की सीटें कम होती दीख रही हैं, पर कांग्रेस को भी निर्णायक बढ़त कहीं मिलती नहीं दीख रही है।
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