मलयाली फ़िल्में बनाने वाले अली अकबर ने कहा है कि उन्होंने और उनकी पत्नी ने इसलाम को त्याग दिया है। अकबर का कहना है कि उन्होंने यह फ़ैसला इसलिए लिया है क्योंकि हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए सीडीएस रावत की मौत को लेकर कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर स्माइली से रिएक्शन दिया था। अकबर और उनकी पत्नी ने हिंदू धर्म अपना लिया है।
सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो में अली अकबर ने कहा है कि वे जन्म से मिले एक पहनावे को उतार रहे हैं। आज से वे मुसलमान नहीं हैं बल्कि एक भारतीय हैं।
कुछ ख़बरों में कहा गया है कि अली अकबर ने हिंदू धर्म को अपना लिया है और उन्हें अब से रामासिम्हा नाम से जाना जाएगा।
अकबर ने कहा है कि वे अपनी दोनों बेटियों को हिंदू धर्म में आने के लिए मज़बूर नहीं करेंगे।
अकबर ने इस बात पर नाराज़गी जताई कि किसी भी धार्मिक नेता ने सोशल मीडिया पर जनरल रावत की मौत पर ख़ुशी जताने का विरोध नहीं किया और इससे उन्हें बहुत झटका लगा है।
अली अकबर बीजेपी में थे लेकिन अक्टूबर में उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी।
हेलीकॉप्टर हादसे में जनरल रावत, उनकी पत्नी सहित 13 लोगों की मौत हो गई थी। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एस. बोम्मई ने इस हादसे को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने के आदेश पुलिस को दिए हैं।
उत्तराखंड की सरकार ने भी ऐसे लोगों को चेताया है और कहा है कि सोशल मीडिया पर देश के जवानों के ख़िलाफ़ ग़लत पोस्ट करने वालों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
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