कर्नाटक के कोप्पल जिले में मामूली विवाद पर हिन्दू-मुसलमानों के बीच मामूली विवाद पर हिंसा हुई, जिसमें जिसमें दो लोग मारे गए। जिले में काफी तनाव है। धारा 144 लागू कर दी गई है। जिले के स्कूल-कॉलेजों को भी बंद कर दिया गया है। घटना कोप्पल जिले के हुलिहैदर गांव में गुरुवार को हुई।
पुलिस के मुताबिक दोनों समुदाय के लोगों ने लाठी और हथियारों से लैस होकर एक-दूसरे पर हमला किया। कई घरों पर पथराव किया गया। कई वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया। इस विवाद में वेंकप्पा (60) और बाशावली (22) नामक लोगों की मौत हो गई और कम से कम चार अन्य घायल हो गए।
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पुलिस की कहानी
बशावली एक दुकान पर गया था। जहां उसकी दूसरे समुदाय के शख्स से कहासुनी हुई और इसके बाद दोनों समुदाय आमने-सामने आ गए। हालांकि एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसके पीछे एक मुस्लिम लड़की और वाल्मीकि समुदाय के युवक के बीच लिव-इन रिलेशनशिप की वजह से भी गुस्सा भी काम कर रहा था।पुलिस अधिकारी के मुताबिक एक वाल्मीकि लड़का और एक मुस्लिम लड़की एक साथ रह रहे थे और घर से भाग गए थे। हम उन्हें वापस लाए और उनके परिवारों को सौंप दिया। लड़की जब वापस आई तो इससे उनके मुहल्ले में बहुत तनाव हो गया।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि लड़की-लड़के के भाग जाने के बाद दोनों परिवारों के बीच गुस्सा बढ़ गया था। उनके समुदाय के सदस्य एक-दूसरे को परेशान कर रहे थे और दूसरों के घरों के बाहर उपद्रव करते थे। यही टेंशन बढ़ा और एक दुकान पर दोनों तरफ के लोगों के बीच मामूली कहासुनी के बाद हिंसा हो गई। यहां सवाल यह उठता है कि जब पुलिस को मालूम था कि इस मुद्दे पर दोनों समुदायों में टेंशन चल रहा है तो उसने समय रहते दंगा रोकने की कोशिश क्यों नहीं की। दंगे का कारण पहले से जानने के बावजूद कोई कदम न उठाना पुलिस की लापरवाही साफ-साफ बता रहा है।
पुलिस का दावा है कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, लेकिन अंततः समूह आपस में भिड़ गए। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, अब स्थिति पर काबू पा लिया गया है। एसपी, डीएसपी और अन्य पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद हैं।
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