कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के एक सरकारी स्कूल की एक शिक्षिका मुस्लिम छात्रों के खिलाफ कथित सांप्रदायिक टिप्पणी करने के कारण विवादों में आ गयी हैं। उनके ख़िलाफ़ जाँच चल रही है और जाँच के दौरान उनका तबादला कर दिया गया है।
आरोप है कि तीखी नोकझोंक के दौरान शिक्षिका मंजुला देवी ने कथित तौर पर दो मुस्लिम छात्रों से 'पाकिस्तान चले जाने' के लिए कहा। कन्नड़ पढ़ाने वाले और नौ साल से अधिक समय से स्कूल में कार्यरत शिक्षक को घटना के बाद तबादला कर दिया गया।
यह मामला तब सामने आया जब कुछ मुस्लिम छात्रों ने उनके खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। खंड शिक्षा अधिकारी पी नागराज ने पुष्टि की कि कथित बयान का कोई ठोस सबूत नहीं होने के बावजूद छात्रों की शिकायतों के आधार पर कार्रवाई की गई।
पब्लिक इंस्ट्रंक्शन (शिवमोग्गा) के उप निदेशक परमेश्वरप्पा सी आर ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि शिक्षक का विभागीय जांच लंबित रहने तक तबादला कर दिया गया है। उन्होंने कहा, 'हमें गुरुवार को शिकायत मिली। खंड शिक्षा अधिकारी की प्रारंभिक जांच के आधार पर शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई।'
रिपोर्ट के अनुसार परमेश्वरप्पा ने कहा, 'प्रारंभिक जांच के दौरान शिक्षिका ने कहा कि वह छात्रों को अनुशासित कर रही थी क्योंकि वे कक्षा में अनियंत्रित थे और उनका सम्मान नहीं कर रहे थे।'
अपनी शिकायत में नज़रुल्लाह ने आरोप लगाया कि मंजुला ने दोनों छात्रों को डांटते हुए कहा कि भारत तुम्हारा देश नहीं है। यह हिंदुओं का देश है। आपको पाकिस्तान चले जाना चाहिए।' इसके बाद छात्र घर लौटे और अपने परिजनों को बताया। इसके बाद स्थानीय नेताओं तक बात पहुँची और फिर शिकायत दर्ज की गई।
ऐसी ही एक घटना में दिल्ली हुई थी। एक सरकारी स्कूल के चार छात्रों ने दावा किया था कि सर्वोदय बाल विद्यालय की उनकी शिक्षिका हेमा गुलाटी ने उनसे विभाजन के दौरान उनके परिवारों के पाकिस्तान नहीं जाने के बारे में सवाल किया था। इन आरोपों के आधार पर दिल्ली पुलिस ने गुलाटी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
दिल्ली की उस घटना से एक हफ़्ते पहले उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में भी एक स्कूल में प्रताड़ित किए जाने की घटना हुई थी। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में तृप्ता त्यागी नाम की शिक्षिका को छात्रों से 7 वर्षीय मुस्लिम बच्चे को मारने के लिए कहते हुए देखा जा सकता है। यह मामला मुजफ्फरनगर ज़िले के नेहा पब्लिक स्कूल खुब्बापुर का था। यह उस गाँव का एकमात्र निजी स्कूल है, जिसकी मालिक तृप्ता त्यागी हैं। इन पर सांप्रदायिक टिप्पणी करने और बच्चों को उनके सहपाठी को मारने का आदेश देने का आरोप है। ऐसा उन्होंने कथित तौर पर इसलिए किया क्योंकि छात्र ने मल्टीप्लीकेशन टेबल में गलती कर दी थी।
इंटरनेट पर वायरल हुए वीडियो में त्यागी बच्चों को उस लड़के को थप्पड़ मारने का आदेश देती नज़र आईं। इसके साथ ही वह वीडियो में यह भी कहती हुई सुनी गईं, 'मैंने तो डेक्लेयर कर दिया, जितने भी मोहमडन बच्चे हैं, इनके वहां चले जाओ...'। लड़के के बयान और उसके पिता की शिकायत के आधार पर त्यागी के खिलाफ आईपीसी की धारा 323 (चोट पहुंचाना) और 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।
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