कर्नाटक के एक मंत्री की टिप्पणी लीक होने पर कर्नाटक में बीजेपी की बसवराज बोम्मई सरकार पर कई तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं। दरअसल, कर्नाटक के कानून मंत्री जेसी मधुस्वामी की ऑडियो क्लिप आज सुबह प्रेस में लीक हो गई। उनको उसमें यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'हम सरकार नहीं चला रहे हैं, हम इसे किसी तरह संभाल रहे हैं।'
रिपोर्टों के अनुसार वह ऑडियो कथित तौर पर मधुस्वामी और चन्नापटना के एक सामाजिक कार्यकर्ता भास्कर के बीच फोन पर हुई एक बातचीत है। यह क्लिप शनिवार को सामने आई थी। मधुस्वामी को किसानों के संबंध में वीएसएसएन बैंक के ख़िलाफ़ भास्कर की शिकायतों के जवाब में फोन पर उनसे कहते सुना जा सकता है, 'हम यहाँ सरकार नहीं चला रहे, हम बस किसी तरह संभाल रहे हैं और अगले 7-8 महीने तक किसी तरह खींचना है।'
एक रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने पुष्टि तो की कि टिप्पणियाँ प्रामाणिक हैं लेकिन उन्होंने यह भी दावा किया कि ये संदर्भ से बाहर हैं।
राज्य के क़ानून मंत्री मधुस्वामी की यह टिप्पणी उन अटकलों के बीच आई है जिसमें कहा जा रहा है कि बोम्मई के शासन के प्रति असंतोष बढ़ता जा रहा है। इस बढ़ते असंतोष के कारण मध्यावधि में बजीपी द्वारा मुख्यमंत्री को बदला जा सकता है, ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं।
हाल के महीनों में बोम्मई पर आलोचक यह आरोप लगाते हैं कि उन्होंने राज्य पर अपनी पकड़ खो दी है। कर्नाटक में सांप्रदायिक हिंसा भड़क रही है और पिछले महीने बीजेपी के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी। जुलाई में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या से कुछ दिन पहले एक मुसलिम किशोर की हत्या कर दी गई थी, उसके और युवाओं के एक समूह के बीच लड़ाई हो गई थी।
राज्य में अब सावरकर और टीपू सुल्तान के पोस्टर लगाने पर भी विवाद भड़क गया है। कुछ हिस्सों में तो कर्फ्यू भी लगाना पड़ा है।
हाल ही में राज्य में अमित शाह की यात्रा के बाद तो ऐसे कयास और भी ज़्यादा लगाए जाने लगे थे कि क्या मुख्यमंत्री को बदला जाएगा।
लेकिन इन ख़बरों को बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने खारिज कर दिया था। उन्होंने पुष्टि की थी कि मुख्यमंत्री को अपनी नौकरी खोने का खतरा नहीं है।
मुख्यमंत्री बोम्मई ने आज कहा कि सब कुछ अच्छा है, कोई परेशानी नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैं सभी संबंधित लोगों से बात करूँगा और इस मुद्दे को सुलझाऊँगा।' उन्होंने कहा कि हानिकारक टिप्पणियाँ 'बैंक द्वारा ब्याज की मांग के संदर्भ में' की गई थीं।
इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए उद्यानिकी मंत्री मुनिरत्ना ने कहा कि मधुस्वामी को इस तरह का बयान देने से पहले तत्काल मंत्रालय से इस्तीफा दे देना चाहिए। एबीपी न्यूज़ के अनुसार उन्होंने कहा, 'वह सरकार का हिस्सा हैं और मंत्रिमंडल में हर विषय पर भाग ले रहे हैं, इसलिए उनकी भी इसमें हिस्सेदारी है। ज़िम्मेदार पद पर रहते हुए इस तरह के बयान देना सही नहीं है।'
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