कर्नाटक में बीजेपी के युवा कार्यकर्ता प्रवीण नेट्टारू की हत्या को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में आक्रोश, विरोध और भारी दबाव के बीच अब मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सख़्त कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि अगर स्थिति के अनुसार ज़रूरत पड़ी तो वह 'योगी मॉडल' की तर्ज पर कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं।
मुख्यमंत्री बीजेपी और संघ परिवार समर्थकों के ही एक वर्ग की मांगों पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे। वे लोग कर्नाटक में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं की जान की रक्षा करने में विफल रहने के लिए बोम्मई सरकार की आलोचना कर रहे हैं और 'योगी मॉडल' शासन लाने की मांग कर रहे हैं।
इसी पर बोम्मई ने कहा, 'उत्तर प्रदेश की स्थिति के लिए योगी सही मुख्यमंत्री हैं। इसी तरह कर्नाटक में स्थिति से निपटने के लिए अलग-अलग तरीक़े हैं और उन सभी का इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर स्थिति बनी तो योगी मॉडल शासन कर्नाटक में भी आएगा।'
बोम्मई का यह बयान इसलिए आया है कि उनकी पार्टी के ही लोग अब प्रदर्शन कर रहे हैं। कर्नाटक में बीजेपी की युवा शाखा के नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त आक्रोश है। एक दिन पहले ही ख़बर आई थी कि भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेताओं ने कर्नाटक के कई इलाक़ों में पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि राज्य में बीजेपी की सरकार है लेकिन उसके बाद भी पार्टी कार्यकर्ताओं की जान ख़तरे में है।
बता दें कि प्रवीण की बेल्लारे गांव में मंगलवार रात को 9:30 बजे कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी गई थी। वह पोल्ट्री की दुकान चलाते थे। वह युवा मोर्चा में जिला सचिव के पद पर थे। उनकी हत्या के बाद इलाक़े में माहौल बेहद तनावपूर्ण था और हालात को देखते हुए पुलिस ने सभी दुकानों, होटलों और अन्य प्रतिष्ठानों को बंद रखने का आदेश दिया था। नेट्टारू की हत्या के बाद सुल्लिया, कदाबा और पुत्तूर तालुकों में धारा 144 लागू है और पुलिस अलर्ट मोड पर है।
मंगलुरू पुलिस ने गुरुवार को प्रवीण नेट्टारू की हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान शफीक बल्लेरे और जाकिर सवानुरु के रूप में हुई है।
इस हत्या के मामले में ही भारी दबाव का सामना कर रहे बोम्मई ने योगी मॉडल का ज़िक्र किया। उनके अनुसार, 'योगी मॉडल' उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राज्य में 'राष्ट्र-विरोधी' गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए कथित तौर पर बुलडोजर के उपयोग जैसे कड़े उपायों का संकेत देता है। बीजेपी कार्यकर्ताओं के कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में यूपी पुलिस द्वारा गैंगस्टर विकास दुबे मुठभेड़ का भी उल्लेख किया गया और बोम्मई से कर्नाटक में इसे दोहराने का आग्रह किया गया।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बोम्मई ने कहा है कि सरकार देश विरोधी तत्वों और उनकी गतिविधियों से निपटने के लिए आतंकवाद निरोधी दस्ते यानी एटीएस और आंतरिक सुरक्षा प्रभाग आईएसडी के अलावा एक विशेष कमांडो इकाई बनाएगी।
रिपोर्ट के अनुसार बोम्मई ने कहा कि सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने और इसे बिगाड़ने वाली ताक़तों को ख़त्म करने में सरकार के सामने कुछ चुनौतियां हैं, यह चुनौती देश भर के राज्यों में मौजूद है और इस तरह की ताकतों ने पिछले 10 वर्षों में कर्नाटक में अपना सिर उठाया है।
उन्होंने कहा, 'उनकी गतिविधियाँ मुख्य रूप से राज्य में 2014-15 में शुरू हुईं और अब तक जारी हैं। हमारे पुलिस अधिकारी 'स्लीपर सेल' की पहचान करने में कामयाब रहे हैं और इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों या ऐसे तत्वों को समर्थन देने वालों को एनआईए की मदद से जेल भेज दिया गया है।'
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