बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा फिर से सुर्खियों में हैं। इस बार अपने भाई की वजह से। उनके भाई विक्रम सिम्हा पर करोड़ों रुपये के पेड़ काटकर बेचने का आरोप है और इसी मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है। इस महीने की शुरुआत में संसद की सुरक्षा में बड़े पैमाने पर सेंधमारी को लेकर बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा सुर्खियों में रहे थे।
सिम्हा इस महीने की शुरुआत में संसद सुरक्षा चूक के मामले में विपक्ष के निशाने पर रहे थे। दरअसल, संसद की सुरक्षा भेदने वाले को प्रताप सिम्हा ने ही पास जारी किया था। संसद में तब अफरा-तफरी का माहौल बन गया था जब दो लोग सुरक्षा को भेदते हुए लोकसभा में घुस गए और आँसू गैस जैसी कोई चीज छोड़ी थी और इससे धुआँ निकल रहा था। टेलीविज़न फ़ुटेज में वे एक डेस्क से दूसरे डेस्क पर कूदते हुए और सदन की वेल की ओर जाते हुए दिखे थे। दोनों को आख़िरकार पकड़ लिया गया था। उनके पास से विजिटर पास बरामद हुआ जिसको बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के कार्यालय द्वारा जारी किया गया था।
शीतकालीन सत्र के दौरान संसद की सुरक्षा में चूक का मामला आया तो यह संसद में उठना ही था। विपक्ष ने इस मामले को लेकर गृहमंत्री अमित शाह से बयान की मांग को लेकर हंगामा किया। इस हंगामे के बाद क़रीब डेढ़ सौ सांसदों को निलंबित किया गया। इसमें विपक्षी दलों के क़रीब-क़रीब सभी बड़े नेता शामिल थे।
विपक्षी दल इसको लेकर भी बीजेपी पर निशाना साधते रहे हैं कि सुरक्षा चूक के मामले को लेकर बीजेपी सांसद से पूछताछ तक नहीं हुई, जबकि इस मामले में जवाबदेही तय करने की मांग करने पर विपक्ष के डेढ़ सौ सांसदों को निलंबित कर दिया गया। हालाँकि, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा है, सिम्हा का बयान जांच के हिस्से के रूप में दर्ज किया गया था।
बहरहाल, प्रताप सिम्हा के भाई विक्रम सिम्हा को करोड़ों रुपये के पेड़ों की कटाई के लिए केंद्रीय अपराध शाखा के संगठित अपराध दस्ते ने गिरफ्तार किया और वह फिलहाल वन विभाग की हिरासत में हैं।
कर्नाटक के हसन जिले में करोड़ों रुपये के 126 पेड़ काट दिए गए और उन्हें दूसरी जगह ले जाया गया। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार एक आधिकारिक रिपोर्ट में कहा गया है कि दस्तावेजी सबूत अपराध में उनकी संलिप्तता का संकेत देते हैं। वन अधिकारी विक्रम सिम्हा की तलाश कर रहे थे, लेकिन वह भाग निकले। अधिकारियों ने बेंगलुरु तक विक्रम का पता लगाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक निगरानी का इस्तेमाल किया।
वन अधिकारी संगठित अपराध टीम के पास पहुंचे और एक संयुक्त अभियान में विक्रम सिम्हा को गिरफ्तार कर लिया गया। मामले में आगे की कार्रवाई के लिए अब उन्हें हसन ले जाया जाएगा।
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