भाजपा ने कर्नाटक के अपने दिग्गज नेता और 6 बार के सांसद रहे अनंत कुमार हेगड़े का टिकट काट दिया है। उन्होंने 10 मार्च को विवादित बयान दिया था कि अगर एनडीए को लोकसभा चुनाव में 400 सीट मिलती है तो संविधान को बदल दिया जायेगा। माना जा रहा है कि विवादित बयान देने के कारण ही उनका टिकट काटा गया है।
अनंत कुमार हेगड़े के बयान के बाद काफी हंगामा हुआ था, विपक्षी दलों ने इसे बड़ा मुद्दा बनाकर इस पर भाजपा को घेरा था। वहीं भाजपा ने उनके इस बयान से किनारा कर लिया था।
अनंत कुमार हेगड़े कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर और केंद्र में कैबिनेट मंत्री के पद पर भी रह चुके हैं।
राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा ने अपने इतने कद्दावर नेता का टिकट काट कर संदेश देने की कोशिश कि है कि पार्टी में अनुशासन सब के लिए बराबर है और गैरजरूरी बयानबाजी को पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी।
भाजपा इस बार अपने उन नेताओं को टिकट नहीं दे रही है, जो अक्सर ही विवादित बयान देकर मीडिया में चर्चा पाते रहते हैं।
अनंत कुमार हेगड़े ने पिछले दिनों विवादित बयान देते हुए कहा था कि, एनडीए के लिए दोनों सदनों में 400 से ज्यादा सीटें हासिल करना जरूरी है। उस स्थिति में, हम संविधान में आवश्यक संशोधन करने में सक्षम होंगे।
हेगड़े ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि, हिंदू धर्म पर अत्याचार करने के लिए पूर्व के वर्षों में हमारे संविधान में अनावश्यक संशोधन करके इसे मौलिक रूप से बदल दिया गया है। अगर एनडीए को 400 से ज्यादा सीटें मिलेंगी तो संविधान में बदलाव किया जा सकता है।
उनके इस बयान के बाद कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया था। उनके इस बयान पर राहुल गांधी ने कहा था भाजपा सांसद का बयान कि उन्हें 400 सीट संविधान बदलने के लिए चाहिए, नरेंद्र मोदी और उनके ‘संघ परिवार’ के छिपे हुए मंसूबों का सार्वजनिक ऐलान है।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि, नरेंद्र मोदी और भाजपा का आखिरी लक्ष्य बाबा साहेब के संविधान को खत्म करना है। उन्हें न्याय, बराबरी, नागरिक अधिकार और लोकतंत्र से नफरत है। हम आजादी के नायकों के सपनों के साथ ये षड्यंत्र सफल नहीं होने देंगे और अंतिम सांस तक संविधान से मिले लोकतांत्रिक अधिकारों की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
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