#WATCH: Union Minister Ananth Kumar Hegde in Kodagu, "We have to rethink about priorities of our society. We shouldn’t think of caste. If a Hindu girl is touched by a hand, then that hand should not exist." #Karnataka pic.twitter.com/4uVNnIrNeu
— ANI (@ANI) January 27, 2019
शिव मंदिर था ताजमहल
रविवार को कर्नाटक के कोडागू में एक रैली को संबोधित करते हुए हेगड़े ने कहा, ‘ताजमहल मुसलिमों ने नहीं बनाया था, यह एक शिव मंदिर था और इसे तेजो महालय के नाम से जाना जाता था।’ हेगड़े के मुताबिक़, ताजमहल को राजा परमतीर्थ ने बनाया था। हेगड़े आगे बोले, ‘अगर हम इसी तरह सोते रहे तो हमारे घरों के नाम भी मसजिदों की तरह बदल दिए जाएँगे। भगवान राम को जहाँपनाह और सीता को बीबी कहा जाएगा।’
हेगड़े यहीं नहीं रुके और कहा कि शाहजहाँ ने अपनी जीवनी में लिखा है कि उसने ताजमहल वाली जगह को राजा जयसिम्हा से ख़रीदा था। केंद्रीय मंत्री ने कहा, हमें हमारे आस-पास जो हो रहा है, उस पर भी निगाह रखनी चाहिए।
संविधान बदलने की कही थी बात
पिछले साल भी बयानवीर हेगड़े ने अपने बयानों से ऐसा ही कुछ तमाशा किया था। हेगड़े ने तब एक रैली में बिना किसी डर के मंच से कहा था कि बीजेपी संविधान में संशोधन करने के लिए ही सत्ता में आई है। उन्होंने कहा था कि संविधान में पहले भी संशोधन हुए हैं और हम संशोधन करके 'सेक्युलर' शब्द को संविधान से हटाएँगे। उन्होंने तब यह भी कहा था कि ऐसे लोग जो अपने पुरखों के बारे में नहीं जानते, वे ही ख़ुद को सेक्युलर कहलाते हैं। उनके मुताबिक़, ऐसे लोगों की अपनी कोई पहचान नहीं होती लेकिन उन्हें बुद्धिजीवी कहा जाता है।
ये तो रहे बयानवीर हेगड़े के बयान। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि हेगड़े जिस संविधान की शपथ लेकर मंत्री बने हैं, वह खुलेआम उसमें संशोधन की बात करते हैं। उन्हें संविधान में लिखे 'सेक्युलर' शब्द से आपत्ति है। वह खुलेआम कह रहे हैं कि हिंदू लड़कियों को छूने वाले हाथ रहने ही नहीं चाहिए।
कार्रवाई का ख़ौफ़ नहीं
केंद्र में मंत्री जैसे अहम ओहदे पर बैठे हेगड़े पर पहले भी कोई कार्रवाई नहीं हुई थी और इस बार कोई कार्रवाई होगी, कहना मुश्किल है। क्योंकि जिस तरह बुलंद आवाज़ में उन्होंने इस तरह के विवादित बयान दिए हैं, उससे तय है कि उन्हें किसी क़ानून या किसी भी कार्रवाई का कोई ख़ौफ़ नहीं है।
@AnantkumarH
— Dinesh Gundu Rao (@dineshgrao) January 27, 2019
Wht are ur achievements after becoming a Union Minister or as MP?
Wht are ur contributions for Karnataka’s development?
All I can say for sure,it’s deplorable tht such people have become ministers & have managed to get elected as MP’s. https://t.co/IMtjPSj9aK
फिर दिखाई ‘भाषाई सभ्यता’
जैसा पहले कहा था कि हेगड़े मोदी सरकार के नायाब हीरे हैं तो वह राव के बयान का जवाब अपनी ही भाषा में देने से कैसे पीछे रहते। उन्होंने ट्विटर पर जवाब लिखा, ‘मैं हर हाल में राव के सवालों का जवाब दूँगा। लेकिन पहले उन्हें यह बताना चाहिए कि उनकी उपलब्धियों के साथ कौन खड़ा है। मैं उन्हें ऐसे शख़्स के रूप में जानता हूँ जो एक मुसलिम औरत के पीछे पड़े थे।' देखें ट्वीट -
I shall definitely answer this guy @dineshgrao's queries, before which could he please reveal himself as to who he is along with his achievements?
— Anantkumar Hegde (@AnantkumarH) January 27, 2019
I only know him as a guy who ran behind a Muslim lady. https://t.co/8hVJ2wQXMU
राव ने हेगड़े को ट्विटर पर जवाब दिया, मुझे दु:ख हुआ कि अनंत कुमार बहस को इतने नीचे स्तर पर ले आए हैं और निजी बातों को इसमें घसीट रहे हैं। राव ने लिखा कि हेगड़े ने हिंदू धर्मग्रंथों से कुछ नहीं सीखा। लेकिन अभी समय बाक़ी है और वह कोशिश कर अच्छा इंसान बन सकते हैं।
Sad to see @AnantkumarH stoop to such low levels as to bring in personal issues.
— Dinesh Gundu Rao (@dineshgrao) January 28, 2019
Guess it’s his lack of culture.
Guess he hasn’t learnt from our Hindu scriptures.
Time hasn’t run out, he can still try and become a more dignified human. https://t.co/AaX5OuUAVb
कुल मिलाकर यही कहा जा सकता है कि हेगड़े खुलेआम अपनी ‘भाषाई सभ्यता’ का परिचय देते रहे और इस बात को भी भूल गए कि केंद्र में मंत्री जैसे अहम ओहदे पर बैठे व्यक्ति को सार्वजनिक जीवन में कैसा व्यवहार करना चाहिए। किसी तरह की कार्रवाई उन पर होगी, इसकी उम्मीद न पहले थी और न अब करनी चाहिए, क्योंकि वह नायाब हीरे जो ठहरे।
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