'आपराधिक लापरवाही'
इसके बाद सोमवार की सुबह मृतकों के परिजन अस्पताल के बाहर एकत्रित हो गए, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है।
कर्नाटक के विपक्ष ने इस पर सरकार को निशाने पर लिया है और उस पर झूठ बोलने और आपराधिक लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस नेता डी. के. शिवकुमार ने ट्वीट कर रहा कि आपराधिक अनदेखी के कारण कर्नाटक में 24 लोगों की मौत हुई।
Criminal negligence has led to these 24 deaths in Karnataka.
— DK Shivakumar (@DKShivakumar) May 3, 2021
Why do CM @BSYBJP & Minister @mla_sudhakar keep lying everyday saying there is enough oxygen?
Is there no accountability?
How many more will be 'killed' because Govt can't supply Oxygen?https://t.co/MZevwyjTbB
उन्होंने मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा और स्वास्थ्य मंत्री डॉ सुधाकर पर लगातार झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए पूछा कि क्या किसी की कोई जवाबदेही ही नही है?
शिवकुमार ने पूछा कि और कितने लोगों की जानें जाएंगी क्योंकि राज्य सरकार ऑक्सीजन की आपूर्ति में नाकाम है।
जाँच का आदेश
गृह मंत्री बासवराज बोम्मई ने राज्य के पुलिस प्रमुख से कहा है कि पूरे मामले की जाँच कर जल्द रिपोर्ट सौंपें। इसम मुद्दे पर मंगलवार को कैबिनेट की बैठक रखी गई है।
इस बीच राज्य के उप मुख्यमंत्री अस्वथनारायण सी. एन. ने कहा कि उन्हें चामराजनगर की घटना पर बहुत ही दुख पहुँचा है, मामले की जाँच की जा रही है, नागरिकों का स्वास्थ्य सर्वोपरि है।
Pained to learn about the incident in Chamarajanagar. My heart goes out to families who have lost their loved ones. Our Govt is investigating the incident.
— Dr. Ashwathnarayan C. N. (@drashwathcn) May 3, 2021
Saving citizens lives is our top priority.
We are working on a war footing to ensure availability of oxygen in all dists. https://t.co/GFYiheucxE
'मर गए या मारे गए?'
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर सरकार पर हमला बोला है और सवाल किया है कि लोग मारे गए या उन्हें मार दिया गया है। उन्होंने इसके साथ ही मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई।
Died or Killed?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 3, 2021
My heartfelt condolences to their families.
How much more suffering before the ‘system’ wakes up? pic.twitter.com/JrfZbIo7zm
दिल्ली में भी ऑक्सीजन की कमी से मौत
दिल्ली के बत्रा अस्पताल में 1 मई को ऑक्सीजन की कमी से एक डॉक्टर समेत आठ लोगों की मौत हो गई है।
अस्पताल ने दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा कि 12.45 बजे ऑक्सीजन ख़त्म हो गया था, ऑक्सीजन टैंकर अस्पताल में दोपहर 1.30 बजे पहुँचे, उसके पहले ही ऑक्सीजन ख़त्म हो चुका था लगभग 45 मिनट तक लोगों को बगैर ऑक्सीजन के ही रहना पड़ा।
मेरठ में सात मरे
इसके पहले 28 अप्रैल को मेरठ के दो अस्पतालों में मंगलवार को ऑक्सीजन की कमी से कुल मिला कर सात कोरोना मरीजों की मौत हो गई है।
निजी क्षेत्र के आनंद अस्पताल में तीन और केएमसी अस्पताल में चार कोरोना मरीजों की मौत हो गई क्योंकि ऑक्सीजन की कमी के कारण प्रेशर नहीं बना और मरीजों को ऑक्सीजन नहीं मिली।
आनंद अस्पताल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ. सुभाष यादव ने ऑक्सीजन की कमी की बात मानी। उन्होंने एनडीटीवी से कहा कि 'ऑक्सीजन की कमी लगातार बनी हुई है।'
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