पहले से ही आर्थिक मोर्चे पर और महाराष्ट्र में फ़ज़ीहत से ख़राब दौर से गुज़र रही बीजेपी के लिए झारखंड चुनाव में क्या प्याज की बढ़ती क़ीमतें बड़ा नुक़सान करेंगी?
झारखंड विधानसभा के लिए पहले चरण में 13 सीटों के लिए हुए मतदान में लगभग 63 प्रतिशत लोगों ने हिस्सा किया। मारपीट और नक्सली हिंसा की छिटपुट वारदात भी हुई।
झारखंड में पहले चरण के मतदान में विपक्ष का पलड़ा भारी लगता है। इसकी वजह यह है कि इन सीटों पर बीजेपी के सामने झामुमो-कांग्रेस-आरजेडी एकजुट होकर मैदान में उतरी हैं।
समझौते में जेएमएम को 43, कांग्रेस को 31 और आरजेडी को सात सीटें दी गई है। यह भी तय कर लिया गया है कि हेमंत सोरेन गठबंधन की तरफ़ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे।
झारखंड में महागठबंधन बन गया और सीटों का बँटवारा भी हो गया। राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा यानी झामुमो, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल यानी राजद के बीच एक फ़ॉर्मूले पर सहमति बन गई है।
झारखंड में महागठबंधन बनना तय हो गया है। राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा यानी झामुमो, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल यानी राजद के बीच एक फ़ॉर्मूले पर सहमति बन गई है।