loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
56
एनडीए
24
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
233
एमवीए
49
अन्य
6

चुनाव में दिग्गज

गीता कोड़ा
बीजेपी - जगन्नाथपुर

पीछे

कल्पना सोरेन
जेएमएम - गांडेय

पीछे

झारखंड: पेड़ काटने पर भीड़ ने एक शख़्स को मौत के घाट उतारा

झारखंड के सिमडेगा में भीड़ ने कुछ पेड़ों को काटे जाने पर एक शख्स को मौत के घाट उतार दिया। यह घटना मंगलवार को कोलेबिरा पुलिस थाना क्षेत्र में हुई। मारे गए शख्स का नाम संजू प्रधान है। सिमडेगा पुलिस का कहना है जिन पेड़ों को काटा गया उसका मुंडा समुदाय में बेहद सम्मान है। 

मारे गए शख्स ने अक्टूबर 2021 में इन पेड़ों को काट दिया था। इससे मुंडा समुदाय के लोग बेहद गुस्से में थे। 

ताज़ा ख़बरें

संजू प्रधान की उम्र 34 साल थी और वह चापरीदीपा गांव का रहने वाला था। पुलिस ने कहा कि भीड़ ने मंगलवार को संजू प्रधान को उसके घर से खींचकर बाहर निकाला और एक पास के गांव में ले गई। वहां एक बैठक हुई और इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। 

संजू के परिजनों ने पुलिस को बताया कि भीड़ ने पहले तो संजू प्रधान को डंडों और ईटों से मारा और उसके बाद उसे जिंदा जला दिया। 

कोलेबिरा पुलिस ने कहा है कि संजू प्रधान प्रतिबंधित समूह सीपीआई माओवादी का सदस्य रह चुका था। उसे गिरफ्तार भी किया गया था और हाल ही में वह जमानत पर बाहर आया था। पुलिस का कहना है कि ग्रामीणों ने पेड़ काटने को लेकर पहले भी ऐतराज जताया था लेकिन संजू प्रधान बार-बार ऐसा कर रहा था और इसे लेकर ग्रामीणों में बेहद गुस्सा था। 

झारखंड से और खबरें

सिमडेगा के पुलिस आयुक्त सुशांत गौरव ने कहा है कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में दोषियों को सजा दिलाने की पूरी कोशिश कर रहा है।

झारखंड में मॉब लिंचिंग की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इसे देखते हुए ही राज्य की विधानसभा में भीड़ हिंसा और भीड़ की हत्या से जुड़ा एक विधेयक कुछ ही दिन पहले लाया गया था। 

निश्चित रूप से यह घटना बेहद परेशान करने वाली है क्योंकि किसी पेड़ को काटने की गलती की वजह से किसी शख्स की इतनी निर्दयता से, बेरहमी से हत्या कर देना कानूनन बहुत बड़ा गुनाह है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

झारखंड से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें