लोकसभा चुनाव से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा को बड़ा झटका लगा है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी और विधायक सीता सोरेन अब भाजपा में शामिल हो गई हैं।
उन्होंने मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के सभी पदों से और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाइन कर लिया है। दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में उन्हें भाजपा नेता विनोद तावड़े ने पार्टी की सदस्यता दिलाई।
उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन को पत्र लिखकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है। सूत्रों का कहना है कि चंपई सोरेन कैबिनेट में बतौर मंत्री नहीं शामिल किए जाने से वह नाराज चल रही थी।
सीता सोरेन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के बड़े बेटे स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं। झारखंड की राजनीति पर नजर रखने वालों का कहना है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा में सीता सोरेन की मजबूत पकड़ रही है। वह तीन बार की विधायक रही हैं।
झारखंड मुक्ति मोर्चा में वह केंद्रीय महासचिव के पद पर थी। ऐसे में उनके इस्तीफे और भाजपा में शामिल होने से झामुमो को बड़ा झटका लगा है। पार्टी को झटका इसलिए भी लगा है कि सीता सोरेन शिबू सोरेन परिवार की बहू हैं। झारखंड की राजनीति में इस परिवार का दशकों से काफी महत्व रहा है।
भाजपा में शामिल होने के बाद सीता सोरेन ने कहा है कि वे झारखंड के महान सोरेन परिवार को छोड़कर मोदी जी के विशाल परिवार में शामिल हो रही हूं। उन्होंने कहा कि, मोदी जी पर लोगों के विश्वास को देखते हुए मैं इस परिवार में शामिल हो रही हूं।
सीता सोरेन ने कहा कि मैंने भी झारखंड में कई वर्षों तक संघर्ष किया। मेरे ससुर और दिवंगत पति की अगुआई में झारखंड अलग राज्य बना लेकिन उनका सपना राज्य के विकास का था, जो कि अधूरा रह गया।
उन्होंने कहा कि आज झारखंड की जनता बदलाव चाह रही है। आज झारखंड को झुकाना नहीं बचाना है इसलिए ही मैं भाजपा में शामिल हुई हूं। मुझे उम्मीद है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में झारखंड की सभी 14 सीटों पर कमल खिलेगा।
शिबू सोरेन को भेजे पत्र में यह लिखा
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन को भेजे पत्र में सीता सोरेन ने लिखा है कि, मैं सीता सोरेन, झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की केन्द्रीय महासचिव एवं सक्रिय सदस्य वर्तमान विधायक हूं आपके समक्ष अत्यन्त दुःखी हृदय के साथ अपना इस्तीफा प्रस्तुत कर रहीं हूं।मेरे स्वर्गीय पति, श्री दुर्गा सोरेन, जो कि झारखण्ड आंदोलन के अग्रणी योद्धा और महान क्रांतिकारी थे, के निधन के बाद से ही मैं और मेरा परिवार लगातार उपेक्षा का शिकार रहें है। पार्टी और परिवार के सदस्यों द्वारा हमे अलग-थलग किया गया है, जो कि मेरे लिए अत्यन्त पीड़ादायक रहा है।
मैंने उम्मीद की थी कि समय के साथ स्थितियां सुधरेगी, परन्तु दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हुआ झारखण्ड मुक्ति मोर्चा जिसे मेरे स्वर्गीय पति ने अपने त्याग समपर्ण और नेतृत्व क्षमता के बल पर एक महान पार्टी बनाया था आज वह पार्टी नहीं रहीं मुझे यह देख कर गहरा दुःख होता है कि पार्टी अब उन लोगों के हाथों में चली गयी है जिनके दृष्टिकोण और उद्देश्य हमारे मूल्यों और आदर्शों से मेल नहीं खाते ।
श्री शिबू सोरेन (गुरूजी बाबा के) अथक प्रयासों के बावजूद जिन्होने हम सभी को एक जुट रखने के लिए कठिन परिश्रम किया, अफसोस कि उसके प्रयास भी विफल रहें मुझे हाल ही में यह ज्ञात हुआ है कि मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ भी एक गहरी साजिश रची जा रहीं है। मै अत्यन्त दुःखी हूँ। मैंने यह दृढ़ निश्चय किया हूँ कि मुझे झारखण्ड मुक्ति मोर्चा और इस परिवार को छोड़ना होगा।
अतः मैं अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहीं हूँ और आप से निवेदन करती हूँ कि मेरे इस्तीफे को स्वीकार किया जाय। मैं आपका और पार्टी का हमेशा अभारी रहूगीं और मेरी शुभकामनाएँ सदैव आपके साथर हेगी।
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