कांग्रेस के जिन तीन विधायकों की गाड़ी से पश्चिम बंगाल पुलिस को शनिवार को भारी मात्रा में नकदी मिली थी उनको अब गिरफ़्तार कर लिया गया है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार सीआईडी ने यह गिरफ़्तारी की है। इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने रविवार को झारखंड के अपने उन तीन विधायकों को निलंबित कर दिया था।
तीन विधायक- इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी रानीहाटी में राष्ट्रीय राजमार्ग -16 पर एक एसयूवी में यात्रा कर रहे थे। तभी बंगाल पुलिस ने उनके वाहन को रोक दिया था। एक टोयोटा फॉर्च्यूनर एसयूवी पर 'जामतारा विधायक' लिखा हुआ एक बोर्ड था। वो गाड़ी विधायक इरफान अंसारी की है। इरफान अंसारी जामताड़ा से विधायक हैं, जबकि कच्छप रांची जिले के खिजरी से विधायक हैं और कोंगारी सिमडेगा जिले के कोलेबिरा से विधायक हैं। इस मामले में कांग्रेस ने दिल्ली मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
LIVE: Congress Party briefing by Shri @avinashpandeinc and Shri @Pawankhera at AICC HQ.
— Congress (@INCIndia) July 31, 2022
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पार्टी के महासचिव और झारखंड के प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा, 'हमारे पास सभी के बारे में जानकारी है। आने वाले दिनों में चाहे वह कोई भी जनप्रतिनिधि हो, पार्टी का पदाधिकारी हो या कोई भी कार्यकर्ता, जो भी इससे जुड़ा या इसमें शामिल पाया जाएगा, पार्टी उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी।'
दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पांडे ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तीन विधायकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
अविनाश पांडे ने कहा है कि लंबे समय से झारखंड में सरकार को अस्थिर करने का प्रयास जारी है। उन्होंने आगे कहा कि कुछ समय पहले भी ऐसा ही एक प्रयास किया गया था और उस मामले में रांची में एफ़आईआर भी दर्ज की गई थी।
कांग्रेस के झारखंड प्रभारी ने कहा है, 'सरकार को अस्थिर करने की कोशिश में एक राज्य के मुख्यमंत्री खुद माननीय विधायकों से सीधा संपर्क कर रहे हैं। केंद्र के मंत्री उन्हें आतंकित और धमकाने का प्रयास कर रहे हैं।' उन्होंने महाराष्ट्र का ज़िक्र करते हुए कहा कि जिस तरह से वहाँ ईडी का दुरुपयोग करते हुए सरकार को बदला गया उसी तरह से छत्तीसगढ़, राजस्थान जैसे राज्यों में प्रयास किया जा रहा है।
कांग्रेस पहले भी ऐसी आशंका जताती रही है। क़रीब हफ़्ते भर पहले ही उसने आशंका जताई थी कि झारखंड में ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत बीजेपी उसके विधायकों में सेंध लगा सकती है। कांग्रेस को यह डर राष्ट्रपति चुनाव में हुई वोटिंग के बाद पैदा हुआ। ऐसा डर महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन सरकार गिरने के बाद ज़्यादा रहा। शिवसेना के बाग़ी एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर वहाँ सरकार बना ली। इससे पहले मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार भी गिर गई थी जब कई विधायकों ने इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था। इससे पहले कर्नाटक में भी कांग्रेस और जेडीएस सरकार कुछ इसी तरह से गिर गई थी और फिर बीजेपी ने वहाँ सरकार बनाई। एक समय राजस्थान में भी इसकी कोशिश की गई, लेकिन सफल नहीं हो पाया। कहा गया कि इन राज्यों में 'ऑपरेशन लोटस' चलाया गया।
बता दें कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने तीन कांग्रेसी नेताओं की गाड़ी से बड़ी मात्रा में नकदी पकड़ी है। पुलिस ने कहा है कि तीनों-इरफ़ान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी को पैसे के स्रोत के बारे में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने कहा है कि रुपये की गिनती के लिए नोट काउंटिंग मशीनों का उपयोग करना होगा।
झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, 'यह बीजेपी की फितरत में है कि वह किसी भी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करे जो उनकी नहीं है।'
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी ट्वीट किया है, "झारखंड में भाजपा का 'ऑपरेशन लोटस' आज की रात हावड़ा में बेनकाब हो गया। दिल्ली में 'हम दो' का गेम प्लान झारखंड में वही करने का है जो उन्होंने महाराष्ट्र में एकनाथ-देवेंद्र (E-D) की जोड़ी से करवाया।"
झारखंड भाजपा नेता आदित्य साहू ने हालांकि आरोप लगाया कि यह पैसा झामुमो-कांग्रेस भ्रष्टाचार का सबूत है। उन्होंने कहा, 'जब से वे सत्ता में आए हैं, भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। वे अन्य उद्देश्यों के लिए जनता के पैसे का उपयोग करते हैं।'
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