साल के पहले ही दिन बेहद खराब खबर सामने आई है। वैष्णो देवी मंदिर में हुई भगदड़ में 12 लोगों की मौत हो गई है। यह मंदिर जम्मू के कटरा में स्थित है और बड़ी संख्या में श्रद्धालु हर बार नए साल के मौके पर यहां पहुंचते हैं।
भगदड़ में 13 लोग घायल भी हुए हैं और उन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से कई लोगों को छुट्टी दे दी गई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्य किया और भीड़ में फंसे लोगों को वहां से बाहर निकाला। घटना देर रात 2 से 3 बजे के आसपास हुई है।
इस वजह से वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा को थोड़ी देर के लिए रोक दिया गया था। हादसे में मारे गए लोगों के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं ने संवेदना जताई है।
हादसे की जांच के लिए कमेटी बना दी गई है। प्रधानमंत्री कार्यालय भी पूरे मामले की निगरानी कर रहा है।
बहस के बाद हुई घटना
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने हादसे के बारे में आज तक से बातचीत में कहा कि गेट नंबर 3 के पास कुछ युवकों में बहसबाजी हुई और उसके बाद भगदड़ मची। उन्होंने कहा कि प्रशासन के लोग वहां पर मौजूद थे लेकिन बहसबाजी और झड़प की वजह से यह हादसा हो गया।
पुलिस ने भी कहा है कि बहसबाजी के बाद धक्का-मुक्की हुई और इसके बाद यह हादसा हुआ। मृतकों के परिजनों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये के मुआवजे का एलान किया गया है।
यह सवाल खड़ा होता है कि मंदिर प्राधिकरण के लोगों ने इतनी बड़ी संख्या में लोगों के इंतजाम के लिए जरूरी प्रबंध क्यों नहीं किए।
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