लंबे वक़्त तक सियासी ख़ालीपन से गुज़रे जम्मू कश्मीर में क्या अब राजनीतिक प्रक्रिया शुरू हो गई है? यह सवाल इसलिए कि नेशनल कॉन्फ़्रेंस के प्रमुख फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी के कई नेताओं से गुरुवार को मुलाक़ात की है।
लद्दाख में बीजेपी के पूर्व प्रमुख और जम्मू-कश्मीर सरकार में मंत्री रह चुके शेरिंग दोर्जे का साफ़ मानना है कि चीन सीना न केवल भारतीय ज़मीन पर काबिज है, वह नहीं लौटने वाली है।
जम्मू-कश्मीर बीजेपी के महासचिव अशोक कौल ने कहा है कि जब तक कश्मीर में उग्रवाद जारी रहेगा, 4-जी इंटरनेट सेवा बहाल नहीं होगी। तो क्या घाटी में 4-जी सेवा लंबे समय तक नहीं शुरू होगी? बता रहे हैं पत्रकार हारून रेशी।
पर्यवेक्षकों का कहना है कि शाह फ़ैसल ने राजनीति छोड़कर न केवल अपनी पार्टी बल्कि उन सैकड़ों कश्मीरी युवाओं को मंझधार में छोड़ दिया है जिन्होंने नई पार्टी बनाने में उनका साथ दिया था।
स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले आज शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में आतंकवादियों ने हमला कर दिया। इसमें दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए। एक पुलिसकर्मी घायल हुआ है।
केंद्र सरकार ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि 15 अगस्त के बाद वह जम्मू के एक और कश्मीर के एक जिले में इंटरनेट सेवा को ट्रायल के आधार पर शुरू करेगी।
जम्मू कश्मीर में बीजेपी नेताओं पर एक के बाद एक हमले हो रहे हैं। रविवार को भी कश्मीर के बडगाम में पार्टी के एक नेता को संदिग्ध आतंकवादियों ने गोली मार दी। इसके बाद पार्टी के कई नेताओं ने इस्तीफ़ा दे दिया।
मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 और 35ए को निरस्त करने के समय कहा था कि यह जम्मू और कश्मीर के विकास के नए युग की शुरुआत करेगा। लेकिन 5 अगस्त 2019 के बाद कश्मीर और कश्मीर के लोगों की विकट स्थिति है।
जम्मू कश्मीर के कुलगाम ज़िले में आतंकवादियों ने बीजेपी सरपंच सज्जाद अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार गुरुवार सुबह ही आतंकवादियों ने उन पर हमला किया था।