कल्पना सोरेन
जेएमएम - गांडेय
पीछे
कल्पना सोरेन
जेएमएम - गांडेय
पीछे
चंपाई सोरेन
बीजेपी - सरायकेला
आगे
5 अगस्त 2019 को केंद्र की भाजपा सरकार ने भारत के संविधान से अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया और जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया। विभाजन 31 अक्टूबर, 2019 को प्रभावी हुआ।
उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में आगामी चुनावों को 'पिछली तीन पीढ़ियों में सबसे महत्वपूर्ण' बताया। उन्होंने कहा- “ये तब हो रहा है जब लद्दाख हमारा हिस्सा नहीं है। ये परिसीमन और हमारी विशेष स्थिति के ख़त्म होने के बाद हो रहे हैं। परिणाम दूरगामी होंगे।''
नरेंद्र मोदी सरकार के अनुच्छेद 370 कदम के सबसे मुखर आलोचकों में से एक उमर ने कांग्रेस के साथ नेशनल कॉन्फ्रेंस की सीट-शेयरिंग बातचीत में 'चुनौतियों' का सामना करने के बारे में भी बात की। उमर ने कहा- “हालांकि गठबंधन के लिए दरवाजे बंद नहीं हैं, लेकिन सीट बंटवारे की अपनी चुनौतियां हैं। प्रारंभिक दौर की बातचीत के बाद हमें कांग्रेस से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। हालाँकि, यह अभी भी एक बंद अध्याय नहीं है।”
About Us । Mission Statement । Board of Directors । Editorial Board | Satya Hindi Editorial Standards
Grievance Redressal । Terms of use । Privacy Policy
अपनी राय बतायें