कश्मीर में आतंकी हमले जारी हैं। शुक्रवार को श्रीनगर के बारज़ुला इलाक़े में एक दहशतगर्द ने दिनदहाड़े जम्मू-कश्मीर के दो सिपाहियों पर गोलियां चला दीं। दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। इनके नाम मोहम्मद युसुफ़ और सुहैल अहमद हैं। कश्मीर जोन की पुलिस ने ट्वीट कर दोनों की शहादत को नमन किया है।
#BarzullaTerrorAttackUpdate: Both the injured #policemen namely SgCT Mohammad Yousuf of Zurhama Kupwara and Ct Suhail Ahmad of Logripora Aishmuqam attained #martyrdom. We pay our rich tributes to the #martyrs and standby their families at this crucial juncture. @JmuKmrPolice https://t.co/dP9jJrFPCd
— Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) February 19, 2021
घटना के बाद इलाक़े को खाली करा लिया गया और पुलिस हमलावर की तलाश कर रही है। पुलिसकर्मियों की हत्या का सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है।
वीडियो में दिख रहा है कि दहशतगर्द ने शॉल के अंदर बंदूक को छिपाया हुआ है और पास पहुंचते ही वह गोली चला देता है। गोलियां चलाने के बाद वह तेज़ी से वापस भाग जाता है।
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस आतंकी हमले की निंदा की है और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसे कायराना हरक़त कहा है।
बुधवार को दुर्गानाग इलाक़े में एक रेस्तरां चालक के बेटे को दहशतगर्दों ने गोली मार दी थी। ये आतंकी घटनाएं ऐसे वक़्त मे हुई हैं, जब बुधवार को दुनिया के कई देशों से 24 सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल दो दिन के कश्मीर दौरे पर आया था।
बीते महीने आतंकियों ने श्रीनगर में स्थित एक जूलरी की दुकान के मालिक सतपाल निश्चल को गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया था। 70 साल के सतपाल निश्चल को मौत से कुछ ही हफ़्ते पहले अधिवास (डोमिसाइल) प्रमाण पत्र मिला था।
सतपाल निश्चल को आतंकियों ने तब गोलियां मारी थीं, जब वह सराई बाला में स्थित अपनी दुकान में बैठे थे। आतंकी संगठन द रेसिस्टेन्स फ्रंट (टीआरएफ़) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी और कहा था कि ऐसे बाहरी लोग जिन्हें डोमिसाइल का सर्टिफ़िकेट मिला है, वे सभी आरएसएस के एजेंट हैं।
इस आतंकी संगठन ने कहा था कि वे ऐसे सभी लोगों के नाम और पते जानते हैं और ये भी जानते हैं कि वे क्या करते हैं। टीआरएफ़ ने चेतावनी दी थी कि अगला नंबर ऐसे ही लोगों का है।
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