सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के पास एक मुठभेड़ में आतंकवादी संगठन हिज़बुल मुजाहिदीन के स्थानीय कमांडर सैफुल्लाह को मार गिराया है। राज्य पुलिस ने कहा है कि यह उनकी बड़ी कामयाबी है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक अफ़सर ने एनडीटीवी से कहा कि इसी साल मई में रियाज़ नायकू के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद सैफुल्लाह को हिज़हुल मुजाहिदीन का सरगना बनाया गया था। बता दें कि हिज़बुल मुजाहिदीन पाकिस्तान स्थित आतंकवादी गुट है जो भारत में आतंकवादी हमले करता रहता है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विजय कुमार ने एनडीटीवी से कहा, 'पुलिस और सुरक्षा बलों के लिए यह बहुत बड़ी कामयाबी है, यह छोटी सफलता नहीं है।'
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मामला क्या है?
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि सैफुल्लाह दक्षिण कश्मीर से श्रीनगर आया हुआ था और एक जगह छुपा हुआ था। सुरक्षा बलों ने उस ठिकाने को चारों तरफ से घेर कर आतंकवादियों को बाहर निकले को कहा। आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जवाबी पुलिस फायरिंग में सैफुल्लाह मारा गया।बीते कुछ महीनों से जम्मू-कश्मीर में पुलिस मुठभेड़ में आतंकवादियों के मारे जाने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
अनंतनाग
इसके दो दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग ज़िले में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए। इनमें हिज़बुल मुजाहिदीन का स्थानीय कमांडर भी था। इसे सुरक्षा बलों की एक बड़ी जीत माना जाता है। यह आतंकवादी गुट पाकिस्तान से काम करता है।दक्षिण कश्मीर के इस आतंकवाद प्रभावित ज़िले के कुलचोहर इलाक़े में हिज़बुल कमांडर मसूद अहमद बट्ट के अलावा दो दूसरे आतंकवादी मारे गए थे। पुलिस ने दावा किया था कि मसूद और उसके दो साथियों के ख़ात्मे के साथ ही इस ज़िले से आतंकवादियों का सफ़ाया हो गया।
इन आतंकवादियों के ख़ात्मे के लिए सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ़ ने साझा अभियान चलाया था। मारे गए आतंकवादियों के पास से एक एके-47 राइफ़ल और दो पिस्तौल बरामद किए गए।
शोपियाँ
इसके भी पहले जून में जम्मू-कश्मीर के शोपियाँ में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में 3 आतंकवादी मारे गए। पुलिस ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि मारे गए लोग पाकिस्तान स्थित आतंकवादी गुट हिज़बुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा के थे। एक हफ़्ते से भी कम समय में कश्मीर घाटी में आतंकवादियों के साथ यह तीसरी मुठभेड़ है, मारे गए आतंकवादियों की संख्या 12 हो गई है।इसके पहले पुलवामा में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 3 आतंकवादी मारे गए। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बल का एक जवान ज़ख़्मी हो गया। सेना, राज्य पुलिस और केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल के साझा अभियान में जो तीन आतंकवादी मारे गए, वे सभी जैश-ए-मुहम्मद से जुड़े हुए थे।
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