टीवी कलाकार अमरीन भट की हत्या के बाद उनके परिवार के लोग सदमे में हैं। घर और आसपास के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। अमरीन भट की बुधवार को आतंकवादियों ने बडगाम के चढूरा इलाके में घर के बाहर हत्या कर दी थी। आतंकवादियों ने उनके भांजे को भी गोली मारकर घायल कर दिया था और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
आतंकवादियों ने अमरीन को शूटिंग के बहाने घर से बाहर बुलाया और कहा कि वह उनके साथ चले और बडगाम में आज शूटिंग होनी है। इसके बाद उनकी हत्या कर दी।
24 घंटे के भीतर आतंकवादियों के द्वारा कश्मीर में यह दूसरी कायराना हरकत की गई है। मंगलवार को आतंकवादियों ने एक पुलिसकर्मी की श्रीनगर में उसके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी थी। अपने पिता को बचाने आई 7 साल की बेटी भी आतंकवादियों के हमले में घायल हो गई थी।
अमरीन के बहनोई ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में पूछा कि आखिर अमरीन ने आतंकवादियों का क्या बिगाड़ा था। उन्होंने कहा कि अमरीन की किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं थी।
पॉपुलर थीं अमरीन
अमरीन सोशल मीडिया पर पॉपुलर थीं और वह टिक टॉक पर भी वीडियो बनाती थीं। उन्होंने कश्मीर के कुछ टीवी सीरियल में काम किया था। वह यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर भी एक्टिव रहती थीं। अमरीन के डांस के वीडियो कश्मीर में काफी पसंद किए जाते थे।
पुलिस ने कहा है कि अमरीन की हत्या के पीछे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है। इस वारदात को तीन आतंकवादियों ने अंजाम दिया। अमरीन की उम्र 35 साल थी।
इस वारदात को देखकर यह लगता है कि आतंकवादियों को अमरीन का कैमरे पर आना, हंसना और मुस्कुराना कतई रास नहीं आया।
अमरीन की हत्या के बाद उसके घर और आसपास के इलाके में गम का माहौल है। आसपास के लोग डरे हुए हैं कि आतंकवादी न जाने अगला निशाना किसे बना दें।
राहुल भट की हत्या
कुछ दिन पहले चढूरा इलाके में ही कश्मीरी पंडित राहुल भट की भी आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसके बाद कश्मीरी पंडितों ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया था और उन्हें सुरक्षित इलाकों में शिफ्ट किए जाने की मांग की थी। कश्मीरी पंडितों को इन दिनों सुरक्षित इलाकों की ओर ले जाया जा रहा है।
कायराना हरकत
आतंकवादियों के द्वारा पिछले कई महीनों से लगातार मासूम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है। राहुल भट की हत्या से पहले पिछले महीने दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के छोटोगाम इलाके में दो मोटरसाइकिल सवार आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित दुकानदार पर गोलियां चलाई थीं।
पिछले साल अक्टूबर में, कश्मीर घाटी में नागरिकों की हत्याओं की बाढ़ आ गई थी। श्रीनगर की सबसे प्रसिद्ध फार्मेसी के मालिक और जाने-माने कश्मीरी पंडित माखन लाल बिंदू की 5 अक्टूबर को उनकी दुकान पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद श्रीनगर में स्ट्रीट फूड विक्रेता वीरेंद्र पासवान और एक सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल सुपिंदर कौर को मौत के घाट उतार दिया गया था।
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