loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
57
एनडीए
23
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
226
एमवीए
53
अन्य
9

चुनाव में दिग्गज

हेमंत सोरेन
जेएमएम - बरहेट

आगे

चंपाई सोरेन
बीजेपी - सरायकेला

आगे

थोक महंगाई दर मई में शून्य से 3.48% कम हुई, 3 साल के निचले स्तर पर

देश में थोक महंगाई दर मई महीने में और कम हो गई है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को कहा है कि मई में भारत की थोक मुद्रास्फीति साल-दर-साल (-) 3.48 प्रतिशत गिर गई। यह अप्रैल में (-) 0.92 प्रतिशत थी।

मई का थोक मूल्य इंडेक्स यानी डब्ल्यूपीआई (-) 3.48 प्रतिशत मई 2020 के बाद से दर्ज की गयी सबसे कम थोक मुद्रास्फीति है। तीन साल पहले यह थोक मुद्रास्फीति (-) 3.37 प्रतिशत थी। थोक मुद्रास्फीति में गिरावट मई की खुदरा मुद्रास्फीति में कमी के अनुरूप ही है। खुदरा महंगाई 25 महीने के निचले स्तर 4.25 प्रतिशत पर पहुँच गई। सोमवार को ही यह आँकड़ा भी सामने आया है।

ताज़ा ख़बरें
बहलहाल, पिछले साल मई में थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर 16.63 फीसदी थी। मंत्रालय ने कहा है कि पिछले महीने थोक मूल्य सूचकांक की दर में गिरावट मुख्य रूप से खनिज तेलों, बुनियादी धातुओं, खाद्य उत्पादों, कपड़ा, गैर-खाद्य सामग्री, कच्चे पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस और रासायनिक उत्पाद की कीमतों में गिरावट के कारण हुई। हालाँकि, सबसे महत्वपूर्ण गिरावट खाद्य सामग्री में होना बताया जा रहा है। मई में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति घटकर 1.51 प्रतिशत रही, जो अप्रैल में 3.54 प्रतिशत थी।

खुदरा महंगाई भी दो साल के निचले स्तर पर

अप्रैल 2023 में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स यानी सीपीआई आधारित मुद्रास्फीति दर  4.7 प्रतिशत रही थी। वहीं एक साल पहले मई, 2022 में खुदरा मुद्रास्फीति 7.04 प्रतिशत के स्तर पर थी। खुदरा महंगाई अप्रैल 2021 में 4.23 प्रतिशत पर थी। 

अर्थतंत्र से और ख़बरें
इस तरह यह लगातार चौथा महीना है जब महंगाई दर में कमी आई है। यह लगातार तीसरा महीना है जब खुदरा मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा तय सीमा के अंदर है। आरबीआई ने खुदरा मुद्रास्फीति दो प्रतिशत के अंतराल के साथ चार प्रतिशत पर यानी 2-6 के बीच में रखने की रणनीति बनाई है।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

अर्थतंत्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें