वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को बदहाल अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए कॉरपोरेट टैक्स में कटौती का एलान किया, जिससे शेयर बाज़ार को ज़बरदस्त बल मिला। घोषणा होते ही शेयर बाज़ार में खुशी की लहर दौड़ गई और तमाम स्टॉक एक्सचेंज में यकायक तेजी देखने को मिली। इस तेजी का आलम यह था कि बीच में थोड़ी भी रुकावट नहीं आई और तमाम सूचकांक लगातार बढ़ते ही गए। कारोबार बंद होते समय हल्की गिरावट आई। लेकिन फिर भी यह कल की तुलना में बहुत ऊँचाई पर था। बंबई स्टॉक एक्सचेंज का संवेदनशील सूचकाक यानी सेंसेक्स 2,250 अंक की बढ़त तक गया, कारोबार बंद होते समय यह मामूली गिरा।
कारोबार बंद होते समय सेंसेक्स 38,017.72 अंक पर था, यानी इसमें कुल मिला कर 1,924.25 अंकों की बढ़त थी। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सूचकांक निफ़्टी ने भी 1100 अंकों की बढ़त हासिल की और 11,400 अंक की सीमा पार कर गया।
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इस ज़बरदस्त तेज़ी की वजह यह है कि वित्त मंत्री ने कॉरपोरेट टैक्स में जिन रियायतों का एलान किया, उससे उद्योग जगत को लगभग 1.45 लाख करोड़ रुपए का सालाना फ़ायदा होगा। इस घोषणा से उपभोक्ता वस्तुओं से जुड़े उद्योगों को फ़ायदा होगा। जिन कंपनियों को सबसे ज़्यादा फ़ायदा होगा, उनमें प्रमुख हैं, आईटीसी, नेस्ले, एचडीएफ़सी बैंक, कॉलगेट-पामोलिव और आईसीआईसीआई। इसके अलावा सरकारी कंपनियों को भी लाभ होगा।
जिन कंपनियों के शेयरों की कीमत में सबसे अधिक बढोतरी देखी गई है, वे हैं, मारुति सज़ुकी, एचडीएफ़सी बैंक, यस बैंक और लार्सन एंड टूब्रो। लेकिन ज़्यादातर कंपनियों के शेयरों की कीमतें ज़बरदस्त ढंग से बढ़ी। वित्त मंत्री की घोषणा के तुरन्त बाद शुरू हुई तेजी मजबूत होती गई और सेंसेक्स बढ़ता ही गया। सेंसेक्स में पहले 900 अंकों की तेजी देखी गई, फिर यह बढ़ता ही रहा और सेंसेक्स में 2,250 अंकों की बढ़त देखी गई। तेज़ी का हाल यह रहा कि बीएसई की 30 कंपनियों में से 25 कंपनियों में तेजी रही, सिर्फ़ 5 कंपनियों के शेयरों का कारोबार सुस्त रहा।
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