पेट्रोल डीज़ल की कीमतों में बढ़ोतरी लगातार हो रही है, गुरुवार को हुई वृद्धि दो महीने की अधिकतम वृद्धि है। अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल बाज़ार में कीमतें बढ़ने की वजह से ऐसा हो रहा है।
आर्थिक मोर्चे पर मुश्किल दौर का सामना कर रही सरकार अब जीएसटी दरों में फिर कटौती कर सकती है। जीएसटी काउंसिल की आज होने वाली बैठक में इसकी घोषणा की जा सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ह्यूस्टन के हाऊडी मोडी कार्यक्रम के पहले राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप से मुलाक़ात करेंग, जिसमें उद्योग-व्यापार पर प्रमुखता से बातचीत होगी।
गुरुवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का संवेदनशील सूचकांक यानी सेंसेक्स 560 अंक टूटा। नतीजतन, यह 36,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे गिरा और 35,987 अंक तक जा पहुँचा।
देश से चावल का निर्यात काफ़ी गिरा है यानी दूसरे देशों में भारत के चावल की माँग कम हो गई है। यह सरकार की कुछ ग़लत नीतियों का नतीजा भी है। इस साल की शुरुआत में चावल के निर्यात में क़रीब तीस फ़ीसदी की गिरावट रही है।
प्रत्यक्ष कर उगाही लक्षय से कम है, इसी तरह जीएसटी उगाही भी लक्ष्य से कम है। इससे साफ़ है कि आर्थिक मंदी गहराती जा रही है। इससे वित्तीय घाटे के बढने की भी आशंका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस समय अमेरिका जाकर निवेशकों से मिलने और उन्हें निवेश के लिए रिझाने की कोशिश कर रहे हैं, विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाज़ार से पैसे निकालना शुरू कर दिया है।
सऊदी अरब में अरैमको के तेल संयंत्रों पर हमले के बाद भारतीय शेयर बाज़ार बुरी तरह गिरा, बीएसई सेंसेक्स 642 अंक टूटा। बीएसई के 30 में से 27 शेयर घाटे में बंद हुए।
सऊदी अरब के अबक़ैक और ख़ुरैश स्थित तेल संयंत्रों पर ड्रोन हमले की वजह से अंतरराष्ट्रीय कच्चा तेल बाज़ार में आग लग चुकी है और क़ीमत प्रति बैरल 12 डॉलर बढ़ चुकी है। इसका भारत पर क्या असर पड़ेगा?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई तरह के नए सुधारों का एलान किया है ताकि देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया जा सके। उन्होंने निर्यात बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण स्कीमोें, छूटो और प्रशासनिक बदलावों का एलान भी किया।