प्रॉविडेंड फंड यानी पीएफ़ में निवेश करने वालों के लिए खुशख़बरी है। केंद्र सरकार ने गुरुवार को हुई एक बैठक के बाद पीएफ़ में जमा पैसे पर 8.5 प्रतिशत की दर से ब्याज देने का एलान किया है। यह देश में किसी भी इंस्ट्रूमेंट पर मिलने वाला सर्वाधिक ब्याज दर है।
ईपीएफओ के केंद्रीय ट्रस्टी बोर्ड ने जम्मू में हुई बैठक में यह निर्णय लिया कि पिछले साल की ब्याज दर ही बरक़रार रखी जाए। बोर्ड ने 8.5 प्रतिश ब्याज दर की सिफारिश कर दी।
कोरोना की वजह से हुए लॉकडाउन के दौरान बड़े पैमाने पर लोगों ने पीएफ से पैसे निकाल लिए। सरकार का कहना है कि 31 दिसंबर 56.79 लाख लोगों ने पीएफ़ से पैसे निकाल लिए। सरकार ने 14,310.21 करोड़ रुपए का भुगतान किया।
पिछले साल सरकार ने पीएफ़ की ब्याज दर घटा दी थी। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफ़ओ ने 2019-20 के लिए पीएफ़ पर ब्याज दर 8.50 फ़ीसदी कर दी थी। यह 2018-19 के लिए 8.65 फ़ीसदी थी।
ईपीएफ़ओ का यह फ़ैसला अहम इसलिए माना जा रहा है कि इसके अपने निवेश पर पिछले साल कम रिटर्न मिला था।
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