भारत के आर्थिक विकास की दर गिरने की आशंकाएं कई अंतरराष्ट्रीय एजेन्सियों ने पहले ही लगाई हैं। अब अमेरिकी निवेश बैंक गोल्डमैन सैक्स ने कहा है कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी की वृद्धि दर अगले साल यानी 2021 में घट कर 1.6 प्रतिशत पर आ जाएगी। ऐसा हुआ तो आज़ादी के बाद यह अब तक की न्यूनतम विकास दर होगी।
बता दें कि इसके पहले इसी कंपनी ने भारत के विकास दर का अनुमान 3.3 प्रतिशत लगाया था।
गोल्डमैन सैक्स ने कोरोना वायरस और इस वजह से हुए देशव्यापी लॉकडाउन और सोशल डिस्टैंसिंग से ठप हुई हर तरह की आर्थिक गतिविधियों के मद्देनज़र यह एलान किया है।
इस अमेरिकी कंपनी ने बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा, 'भारत में 2021 में आर्थिक मंदी ज़्यादा गहरी होगी, जीडीपी वृद्धि दर 1.6 प्रतिशत पर आ जाएगी जो 1970, 1980 और 2009 में आई मंदी के दौरान हुई वृद्धि से भी कम होगी।'
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कोरोना संक्रमण की वजह से आर्थिक गतिविधियों में जो कटौती हुई है और आर्थिक विकास कम हुआ है, वैसा द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से अब तक नही देखा गया है।
गोल्डमैन सेक्स ने इसके साथ ही यह उम्मीद भी जताई है कि वित्तीय वर्ष की दूसरी छमाही में स्थितियों में सुधार हो सकता है और आर्थिक कामकाज एक बार फिर पटरी पर लौट सकता है।
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