ज़ोमैटो ने दिया करारा जवाब
अमित शुक्ला नाम के इस ग्राहक ने ज़ोमैटो से हुई चैट का स्क्रीनशॉट भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है। वह फैयाज़ नाम के डिलिवरी बॉय को बदलकर किसी दूसरे को भेजने की बात करता है।जिसके बाद ज़ोमैटे ने इस शिकायत का ज़बरदस्त जवाब दिया है। ज़ोमैटो ने लिखा है कि खाने का कोई धर्म नहीं होता, खाना ख़ुद एक धर्म है। इस मामले पर बाद में ज़ोमैटो के फाउंडर दीपेन्द्र गोयल ने भी जवाब दिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि-Food doesn’t have a religion. It is a religion. https://t.co/H8P5FlAw6y
— Zomato India (@ZomatoIN) July 31, 2019
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‘हम भारत के विचारों और हमारे ग्राहकों-पार्टनरों की विविधता पर गर्व करते हैं. हमारे इन मूल्यों की वजह से अगर बिजनेस को किसी तरह का नुकसान होता है तो हमें इसके लिए दुख नहीं होगा।’
दीपेन्द्र गोयल, ज़ोमैटो के फाउंडर
We are proud of the idea of India - and the diversity of our esteemed customers and partners. We aren’t sorry to lose any business that comes in the way of our values. 🇮🇳 https://t.co/cgSIW2ow9B
— Deepinder Goyal (@deepigoyal) July 31, 2019
‘ओला’ कैब का भी आया था ऐसा ही मामला
समाज में फैल रहे साम्प्रदायिक ज़हर का असर हर तरफ़ देखने को मिल रहा है। इससे पहले अप्रैल 2018 में अभिषेक मिश्रा नाम के एक व्यक्ति ने मुसमिल ड्राइवर होने के कारण ओला कैब को कैंसिल कर दिया था। विश्व हिंदू परिषद से जुड़े होने का दावा करने वाले अभिषेक ने 20 अप्रैल को ट्वीट किया कि उन्होंने अभी अपनी कैब कैंसिल कर दी क्योंकि वो अपना पैसा जिहादी लोगों को नहीं देना चाहते।Cancelled @Olacabs Booking because Driver was Muslim. I don't want to give my money to Jihadi People. pic.twitter.com/1IIf4LlTZL
— Abhishek Mishra (@Abhishek_Mshra) April 20, 2018
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