उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का दावा है कि वह अपराधियों के प्रति बेहद सख़्त है। सरकार कई बार छाती ठोक कर दावे कर चुकी है कि उत्तर प्रदेश में जो अपराधी जेल के अंदर हैं वे जेल से बाहर आना नहीं चाहते और जो जेल के बाहर हैं, वे जेल के अंदर जाना चाहते हैं। सरकार के मुताबिक़, ऐसा इसलिए क्योंकि यूपी पुलिस ने योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही ताबड़तोड़ एनकाउंटर किए हैं और वह यह दावा करती है कि बदमाशों में सरकार का ख़ौफ़ है। लेकिन योगी सरकार के दावों की हवा निकाल दी है उन्नाव जेल में बदमाशों के द्वारा बनाए गए एक वीडियो ने। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
वीडियो में दिख रहा है कि जेल में क़ैद बदमाश खुलेआम हाथों में हथियार लेकर घूम रहे हैं। इन बदमाशों में मेरठ के रहने वाले अमरेश सिंह और रायबरेली के देवप्रताप सिंह उर्फ़ गौरव (अंकुर) हैं।वीडियो में एक बदमाश अमरेश सिंह योगी सरकार को खुली चेतावनी देते हुए कहता है कि, ‘योगी सरकार न तो हमारा मेरठ जेल में कुछ बिगाड़ पाई और ना ही उन्नाव जेल में कुछ बिगाड़ पायेगी। योगी सरकार हमें प्रदेश की किसी भी जेल में डाल दे तो हम उसको कार्यालय बना देंगे।' अमरेश सिंह कह रहा है कि जो जेल में बोलेगा यहाँ मार दिया जाएगा और जो बाहर बोलेगा उसे भी मार दिया जाएगा। दूसरा बदमाश देवप्रताप सिंह उर्फ़ गौरव हाथ में हथियार लेकर ख़ुद की दबंगई के किस्से सुना रहा है।
वीडियो में आगे दिखता है कि बदमाशों के लिए जेल में पार्टी का सारा सामान उपलब्ध है। जेल में पार्टी हो रही है। शराब पी जा रही है और खाने का भी पूरा इंतजाम है। जेल के अंदर बीड़ी, सिगरेट और चरस की भी व्यवस्था है।
सवाल यह है कि जब बदमाश जेल में इतनी मस्ती कर रहे हैं, मुख्यमंत्री को धमकी दे रहे हैं तो फिर सरकार क्यों दावे कर रही है कि उत्तर प्रदेश में बदमाश ख़ौफ़ में हैं या प्रदेश छोड़कर चले गए हैं। आख़िर कैसे सरकार लोगों को इस बात का भरोसा दिला सकती है कि वे सुरक्षित हैं।
इससे पता चलता है कि उत्तर प्रदेश में जेलों के अंदर कितना भ्रष्टाचार है। यूपी में पुलिस महकमे के अंदर किस कदर भ्रष्टाचार है। वरना बदमाशों के पास जेल में हथियार कहाँ से आ गए। ज़ाहिर है कि क़ैदियों को मिलने वाली हर सुविधा के लिए नीचे से ऊपर तक पैसा जाता होगा। बदमाश पार्टी कर रहे हैं, स्मार्टफ़ोन यूज कर रहे हैं, यह बिना मिलीभगत के तो नहीं हो सकता।
सरकार के दावे इस बात से भी झूठे साबित होते हैं क्योंकि आए दिन प्रदेश में बलात्कार, हत्या, डकैती की घटनाएँ सुनने को मिलती हैं। ऐसे में यह बिलकुल नहीं कहा जा सकता कि प्रदेश के अंदर अपराधियों में पुलिस का या सरकार का किसी तरह का ख़ौफ़ है।
मुख्यमंत्री अपनी सभाओं में लगातार इस बात को दोहराते रहे हैं कि उत्तर प्रदेश अपराधियों से मुक्त हो चुका है और यहाँ लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं। लेकिन जब जेल से इस तरह के वीडियो सामने आएँगे जिनमें बदमाश जेलों को कार्यालय बनाने और मुख्यमंत्री को खुली धमकी देने की बात कहेंगे तो तो यह कहना पड़ेगा कि मुख्यमंत्री जी आपके यूपी को अपराध मुक्त करने के और बदमाशों के ख़ौफ़ में होने सभी दावे झूठे हैं।
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