loader

ईडी कर सकता है प्रियंका गाँधी से पूछताछ, यस बैंक प्रमुख ने लिया था नाम

एनफ़ोर्समेंट डाइरक्टरेट (ईडी) जल्द ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी को अपने दफ़्तर बुला कर उनसे पूछताछ कर सकता है। यस बैंक के चेअरमैन राणा कपूर ने पुलिस से कहा था कि उन्होंने दो करोड़ रुपए कीमत की पेंटिग्स प्रियंका गाँधी से खरीदी थीं। इस मामले में ही कांग्रेस महासचिव से पूछताछ की जा सकती है। ईडी ने प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा से एक दूसरे मामले में पहले ही पूछताछ की है।
कपूर ने ईडी को दिए बयान में दावा किया था कि दक्षिण मुंबई के सांसद मिलिंद देवड़ा ने उन पर दबाव डाला था कि वह राजीव गाँधी की एक पेंटिग प्रियंका गाँधी से दो करोड़ रुपए में खरीदें। प्रियंका ने वह पैसा शिमला के नजदीक एक कॉटेज बनाने पर खर्च किया। एंटी-मनी लॉन्डरिंग एक्ट के तहत यह पैसा 'अपराध से प्राप्त धन' की श्रेणी में आ सकता है और ई़डी उस जायदाद को जब्त कर सकता है। 
कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि एम. एफ़. हुसैन की राजीव गाँधी की पेंटिग की बिक्री पूरी तरह जायज़ है, इसे आयकर रिटर्न में दिखाया भी गया है। देवड़ा ने इस मुद्दे पर अब तक कुछ नहीं कहा है।
राणा कपूर पर आरोप है कि उन्होंने यस बैंक के प्रमुख रहते हुए पैसों का घपला किया और 4 हज़ार करोड़ रुपए का गबन किया।

क्या है मामला?

टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने एक ख़बर में कहा है कि देवड़ा ने सबसे पहले 1 मई 2010 को कपूर से कहा कि 'वह श्रीमती गाँधी को चिट्ठी लिख कर राजीव गाँधी की तसवीर खरीदने में दिलचस्पी दिखाएं।' 
देवड़ा ने 29 मई, 2010 को लिखा, 'राणा अंकल, 28 मई को लिखा आपका खत मिला और मैंने उसे पीजी को भेज दिया है। उनके साथ या उनके परिवार के किसी आदमी के साथ मुलाक़ात तो मुमकिन नहीं है, पर मैं बाद में इसका जुगाड़ करने की कोशिश करूंगा।'
मिलिंद देवड़ा ने यह भी कहा कि उनके पिता भी ‘आपको (राणा कपूर को) संपर्क करने की कोशिशें कई बार कर चुके हैं। आप कृपया एसएमएस कर बताएं कि कब तक आप वह चेक दे पाएंगे ताकि मैं उनको इसकी जानकारी दे सकूं।’
ख़बर में यह भी कहा गया है कि अगले ही दिन कपूर ने दो करोड़ रुपए का चेक एचएसबीसी के अपने खाते से दे दिया। इसके अगले दिन प्रियंका गाँधी ने दो करोड़ रुपए पाने की पुष्टि कर दी। 
ईडी का कहना है कि वह इस पेंटिंग के मालिकाना हक़ के बारे में भी जाँच करेगा जो मशहूर चित्रकार हुसैन ने राजीव गाँधी को दी थी। 

क्या है यस बैंक का मामला?

यस बैंक डूबने के कगार पर है। स्टेट बैंक के अध्यक्ष रजनीश कुमार के यह कहने के बाद कि वह यस बैंक को 2,450 करोड़ रुपए देने को तैयार हैं, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि स्टेट बैंक यस बैंक खरीद सकता है।
यस बैंक का मुद्दा राजनीतिक होने के बाद राहुल गाँधी ने सरकार की आलोचना की थी तो बीजेपी ने पलटवार करते हुए प्रियंका गाँधी का नाम लिया था। उसके बाद से ही यह मुद्दा गरम है। अब जबकि यस बैंक प्रमुख के प्रियंका गाँधी के नाम लेने की ख़बर आ रही है, यह स्वाभाविक है कि ईडी प्रियंका गाँधी से इस मुद्दे पर पूछताछ करे। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

इंडिया गठबंधन से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें