चक्रवाती तूफान यास बुधवार सुबह 11 बजे ओडिशा के तटीय इलाक़ों से टकराया और आगे बढ़ गया। इसके बाद ओडिशा के बालासोर, भद्रक व आसपास के इलाक़ों में तेज़ बारिश होने के साथ ही हवाएं चल रही हैं। पश्चिम बंगाल के दीघा में कई घरों में पानी घुस गया है। यह तूफान कल झारखंड पहुंचेगा लेकिन उससे पहले आज शाम और कल भी बिहार-झारखंड के कुछ इलाक़ों में तेज़ बारिश होने के आसार हैं।
इस दौरान 130-140 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार हवाएं चलीं। ओडिशा में इस तूफान का सबसे ज़्यादा असर बालासोर और भद्रक जिलों में दिखाई दे रहा है। ओडिशा के विशेष रात आयुक्त पीके जेना ने कहा कि इन दोनों जिलों से 5.80 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों में शिफ़्ट किया गया है।
सेना, नेवी और एयरफ़ोर्स, एनडीआरएफ़ स्टैंड बाई मोड पर हैं और राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। तूफ़ान से लोगों के जीवन को ख़तरा देखते हुए लाखों लोगों को वहां से हटाकर सुरक्षित स्थानों में भेज दिया गया है।
मौसम विभाग ने कहा है कि उत्तरी ओडिशा और राज्य के तटीय इलाक़ों में बुधवार को भारी बारिश जारी रहेगी। इसके अलावा सिक्किम, असम और मेघालय में भी आज और कल भारी बारिश का अनुमान है।
यास तूफान की वजह से ओडिशा में पिछले 24 घंटों से तेज़ बारिश हो रही है। सेना ने कहा है कि वह आपात काल में लोगों की मदद के लिए अलर्ट मोड पर है। तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ और पुडुचेरी में भी सरकारी महकमों को अलर्ट पर रखा गया है।
गांवों में घुसा पानी
बंगाल के दीघा और दक्षिण 24 परगना जिलों में बारिश और तेज़ हवाओं के कारण कई पेड़ गिर गए हैं। तूफान को रोकने के लिए जो तटबंध बनाए गए थे, वे टूट गए हैं और अब पानी नजदीकी गांवों में घुस गया है। तूफान के आने के बाद समुद्र में काफी ऊंची लहरें उठी हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि लगभग 12 लाख लोगों को ख़तरों वाले इलाक़ों से हटाया गया है।
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