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सब्जी विक्रेता रामेश्वर से अपने घर पर मिलते राहुल गांधी

मुझे सर क्यों कह रहे हैं? मेरा नाम राहुल है आप मुझे राहुल बोलो 

दिल्ली के सब्जी विक्रेता रामेश्वर से राहुल गांधी की मुलाकात का वीडियो शुक्रवार 18 अगस्त की शाम सामने आया है। इसे राहुल गांधी के यूट्यूब चैनल पर जारी किया गया है। इस वीडियो का शीर्षक दिया है जिंदादिल रामेश्वर जी! इसके साथ ही राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के ट्विटर हैंडल पर भी इसकी क्लिप जारी की गई है। 
पिछले महीने सब्जी विक्रेता रामेश्वर का वीडियो वायरल हुआ था। उनसे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीते 14 अगस्त को अपने घर पर बुलाकर मुलाकात की थी। रामेश्वर बढ़ी हुई कीमतों के कारण दिल्ली की आजादपुर मंडी से टमाटर नहीं खरीद पाए थे। एक मीडिया संस्थान से बातचीत करते हुए अपनी बेबसी बताते हुए भावुक हो गये थे। 
इस मुलाकात के वीडियो में दिख रहा है कि रामेश्वर से राहुल गांधी अपने घर पर मिल रहे हैं। राहुल ने उन्हें बुलाया था। रामेश्वर के साथ उनकी पत्नी और बेटी भी राहुल से मिलने पहुंची थी। 9 मिनट और 6 सेकेंड के इस वीडियो में राहुल गांधी किसी परिवार के सदस्य या दोस्त की तरह रामेश्वर और उनके परिवार से मिलते दिखते हैं। 
वीडियो में रामेश्वर किसी बात पर जब राहुल गांधी को सर कहते हैं तो वे (राहुल गांधी) उन्हें टोकते हुए कहते हैं कि मुझे सर क्यों कह रहे हैं? मेरा नाम सर थोड़े ही है। मेरा नाम राहुल है,आप मुझे राहुल बोलो। पूरी बातचीत में राहुल रामेश्वर से उसके कामकाज, घर परिवार, रोजाना के संघर्षों आदि पर बात करते दिखते हैं। इस दौरान रामेश्वर के चेहरे पर खुशी और मुस्कान दिख रही थी। 

मेरा कितना सौभाग्य कि सर मुझे बुला रहे 

रामेश्वर इस वीडियो में कहते दिख रहे हैं कि, मैने कहा कि देखों मेरा कितना सौभाग्य है कि राहुल सर मुझे बुला रहे हैं। इस वीडियो में रामेश्वर कहते हैं कि आज भरत मिलाप हुआ, जैसे सुदामा का कृष्ण जी से मिलाप हुआ था, उसी तरह मेरा और उनका (राहुल) मिलाप हुआ है।वीडियो में वे कहते हैं हैं कि पहले मेरी जीने की इच्छा नहीं थी। इस पर राहुल कहते हैं कि अब तो है, अब आप ऐसी बात नहीं करोगे। 
रामेश्वर कहते हैं कि जो गरीब है वह खत्म होता जा रहा है और अमीर आबाद होता जा रहा है। राहुल उनसे पूछते हैं कि आप जो मेहनत कर रहे हो क्या आपको लगता है कि उस मेहनत का फल मिल रहा है हिंदुस्तान में ? इस पर रामेश्वर कहते हैं कि मुझे तो कोई फल नहीं मिल रहा है। मैं तो मेहनत किए जा रहा हूं। सरकार ही ऐसी है जो किसी का नहीं सुनती। आप लोगों ने सुनी है तो मैंने आपको अपनी गुहार बताई है। 

जो सच्चाई है उसे पहचानिए और उस पर काम करें

इस बातचीत में राहुल कहते हैं कि अगर आपके दिल में कुछ है और आपने बोल दिया तो यह आपकी कमजोरी थोड़े ही न है। यह तो ईमानदारी है। आपको दूसरे लोगों के बारे में नहीं सोचना चाहिए। वे कहेंगे और कहते रहेंगे। आप जो सच्चाई है उसे पहचानिए और उस पर काम करें। 
राहुल रामेश्वर की बेटी से उसकी पढ़ाई को लेकर सवाल पूछते हैं। उनकी बेटी बताती है कि उसे सबसे ज्यादा पॉल्टिकल साइंस विषय पसंद है।  
इस मुलाकात में राहुल गांधी को रामेश्वर बताते हैं कि वो यूपी से दिल्ली अच्छी जिंदगी जीने के लिए आए थे, लेकिन यहां आकर जिंदगी पहले से भी ज्यादा खराब हो गई। राहुल गांधी उनसे पूछते हैं कि आपने पिछले 10 साल में क्या किया है? इस पर रामेश्वर ने कहा कि मजदूरी की, रिक्शा खींचा, सब्जी बेचा, ऐसा कोई काम नहीं है जो मैंने नहीं किया, लेकिन अब मुझमें इतनी एनर्जी नहीं है। अब थक जाता हूं। टांग दर्द करने लगती है।

राहुल ने खुद अपने हाथों खाना परोस उन्हें खिलाया

 वीडियो में दिखता है कि राहुल गांधी रामेश्वर और उनके परिवार को खुद अपने हाथों से खाना परोस कर खिला रहे हैं। रामेश्वर उन्हें देख कर अपनी पत्नी से धीमे स्वर में कहते हैं कि अपने हाथ से खिला रहे हैं।  इस दौरान राहुल जब रामेश्वर की पत्नी को जब कुछ खाना देना चाहते हैं तो रामेश्वर कहते हैं कि आज इनका व्रत है, इस राहुल पूछते हैं, तो क्या फल भी अलाउ नहीं हैं? जवाब में रामेश्वर की पत्नी कहती हैं कि नहीं खा लूंगी। इसके बाद राहुल तेजी से फल लाकर उन्हें देते हैं। 

जब मैंने आपका वीडियो देखा तो मुझे अच्छा नहीं लगा

राहुल रामेश्वर से कहते हैं कि जब मैंने आपका वीडियो देखा तो मुझे अच्छा नहीं लगा, मैंने सोचा कि आपसे जाकर मिलूं, आपसे बातचीत करना चाह रहा था और मैं मंडी आपसे मिलने गया था। रामेश्वर जवाब में कहते हैं कि हां आप दूसरे दिन ही पहुंच गये थे। राहुल उनसे पूछते हैं कि आढ़तियों से आपका व्यवहार कैसा है। रामेश्वर बातों ही बातों में बताते हैं कि बेटी की शादी में करीब चार लाख का कर्ज हो गया। ब्याज बढ़ता जा रहा। इस पर राहुल उनसे पूछते हैं कि लोन कहां से लिया। रामेश्वर जवाब में कहते हैं कि हमारे पास जमीन जायदाद नहीं है हमें लोन कौन देगा। विश्वास पर लोग चार से पांच प्रतिशत ब्याज की दर पर कर्ज देते है।  राहुल गांधी ने रामेश्वर से कांग्रेस की ‘न्याय’ योजना के बारे में भी बात की। 
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क़मर वहीद नक़वी
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