बीजेपी के सांसद वरुण गांधी ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वतन वापसी को लेकर मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला है। वरुण गांधी ने सोमवार को ट्वीट कर कहा है कि सही समय पर सही फैसले न लिए जाने के कारण 15 हजार से अधिक छात्र भारी अव्यवस्था के बीच अभी भी युद्ध भूमि में फंसे हुए हैं। अपने बयानों के कारण बीजेपी और मोदी सरकार को मुश्किलों में डालते रहे वरुण गांधी ने कहा है कि ठोस रणनीतिक और कूटनीतिक कार्रवाई कर इनकी सुरक्षित वापसी इन पर कोई उपकार नहीं बल्कि हमारा दायित्व है। पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने आगे कहा कि हर आपदा में ‘अवसर’ नहीं खोजना चाहिए।
वरुण गांधी ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें यूक्रेन में फंसी एक भारतीय छात्रा बता रही है कि वह भारतीय दूतावास के एक अधिकारी विक्रम कुमार को लगातार फोन कर रही है लेकिन वह उनके फोन को काट रहे हैं।
छात्रा कहती है कि सारे देशों की सारी सरकारों ने यहां फंसे लोगों को निकाल लिया है लेकिन भारत सरकार कुछ नहीं कर रही है।
छात्रा का कहना है कि भारत सरकार कह रही है कि वह बॉर्डर से लोगों को निकाल रही है लेकिन जहां पर वे लोग मौजूद हैं, वहां से बॉर्डर 800 किलोमीटर दूर है लेकिन युद्ध के हालात के बीच वे लोग बॉर्डर तक कैसे पहुंचेंगे।
छात्रा फिर से कहती है कि भारत सरकार उनकी कोई मदद नहीं कर रही है और लोग भारत में प्रदर्शन करें और सरकार पर दबाव बनाएं जिससे वे यहां से निकल सकें।
बता दें कि भारत के लगभग 20000 छात्र व आम नागरिक यूक्रेन में फंसे हुए हैं और वहां से अपनी सुरक्षित वापसी की गुहार लगा रहे हैं। हालांकि बीते दिनों में कुछ विमानों में भारतीय वहां से लौटे हैं लेकिन अभी भी बहुत बड़ी संख्या में वे वहां फंसे हुए हैं। उनके परिजन भी उनकी सकुशल वापसी को लेकर परेशान हैं और चाहते हैं कि भारत सरकार उन्हें जल्द से जल्द वापस लेकर आए।
वरुण गांधी बीते कुछ महीनों से लगातार मोदी सरकार पर कटाक्ष करते रहे हैं और यह निश्चित रूप से बीजेपी नेतृत्व को रास नहीं आ रहा है। वरुण गांधी के बारे में यह भी चर्चा चली थी कि वह टीएमसी की प्रमुख ममता बनर्जी के साथ जा सकते हैं।
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