loader
नितिन गडकरी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा- अच्छे काम करने वाले का सम्मान नहीं

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार शाम को मजाकिया अंदाज में कहा कि चाहे कोई भी राजनीतिक दल सत्ता में हो, अच्छा प्रदर्शन करने वालों को शायद ही वह पहचान मिल पाती है जिसके वे हकदार थे, जबकि जो लोग लड़खड़ाते थे उन्हें अक्सर सजा नहीं मिलती। उनका बयान किसी व्यक्ति विशेष पर केंद्रित नहीं था।

पीटीआई के मुताबिक गडकरी ने लोकमत मीडिया के कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा- ''मैं हमेशा मजाक में कहता हूं कि चाहे किसी भी पार्टी की सरकार हो, एक बात तय है कि जो अच्छा काम करता है उसे कभी सम्मान नहीं मिलता और जो बुरा काम करता है उसे कभी सजा नहीं मिलती।''

ताजा ख़बरें

गडकरी ने मौजूदा समय में सत्ताधारी पार्टी के साथ जुड़े रहने के इच्छुक अवसरवादी नेताओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने जोर देकर कहा कि हालांकि ऐसे राजनेता हैं जो अपनी विचारधारा पर कायम हैं, लेकिन उनकी संख्या धीरे-धीरे कम हो रही है।

अवसरवादी नेताओं और इस तरह की "विचारधारा में गिरावट" लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है। बहस और चर्चा में मतभेद कोई समस्या नहीं है। हमारी समस्या विचारों की कमी है।


-नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री 6 फरवरी 2024 सोर्सः पीटीआई

उन्होंने कहा, "ऐसे लोग हैं जो अपनी विचारधारा के आधार पर दृढ़ विश्वास के साथ खड़े हैं, लेकिन ऐसे लोगों की संख्या घट रही है। और विचारधारा में यह गिरावट, जो हो रही है, लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।"

न तो कोई दक्षिणपंथी है और न ही वामपंथी, हम जाने-माने अवसरवादी हैं। और सभी सत्तारूढ़ दल से जुड़े रहना चाहते हैं। कुछ लोग ऐसा लिखते हैं।


-नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री 6 फरवरी 2024 सोर्सः पीटीआई

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का हवाला देते हुए, गडकरी ने कहा कि "भारत लोकतंत्र की जननी है। इसी खासियत के कारण हमारी लोकतांत्रिक शासन प्रणाली शेष विश्व के लिए आदर्श है।" पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोकप्रियता और प्रचार महत्वपूर्ण है, लेकिन सांसदों द्वारा अपने निर्वाचन क्षेत्रों में किया गया काम भी महत्वपूर्ण है और इससे उन्हें लोगों के बीच सम्मान मिलेगा।

गडकरी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू यादव के बोलने के कौशल की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस के "व्यवहार, सादगी और व्यक्तित्व" से बहुत कुछ सीखा है। उन्होंने कहा, ''(पूर्व प्रधानमंत्री) अटल बिहारी वाजपेयी के बाद मैं जिस व्यक्ति से बहुत प्रभावित था, वह जॉर्ज फर्नांडिस थे।''

देश से और खबरें
वरिष्ठ भाजपा नेता ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का भी उल्लेख किया, जिन्हें हाल ही में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। गडकरी ने कहा कि ऐसे लोगों ने सुनिश्चित किया कि देश का लोकतंत्र मजबूत रहे। उन्होंने कहा, ''मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद उन्होंने (ठाकुर) ऑटो-रिक्शा में यात्रा की और उनकी स्थिति बहुत सामान्य थी।'' उन्होंने कहा कि राजनेताओं को ऐसे लोगों से प्रेरणा लेनी चाहिए।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें