भारत में इसलामिक स्टेट की मौजूदगी एक सचाई है और इससे आँखे मूंदे रहने का कोई मतलब नहीं है। हालांकि पहले भी कई बार सुरक्षा एजंसियों ने यह कहा है कि भारत में यह आतंकवादी संगठन तेज़ी से अपने पैर पसार रहा है। लेकिन अब यही बात संयुक्त राष्ट्र ने कही है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ये लोग भारत उपमहाद्वीप में अल क़ायदा (एक्यूआईएस) से जुड़े हुए हैं। ये लोग अफ़ग़ानिस्तान के निमरुज़, हेलमंद और कंधार प्रांतों के तालिबान के नियंत्रण में हैं और उनसे ही संचालित होते हैं।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में कहा गया है,
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'इस समूह में बांग्लादेश, भारत, म्यांमार और पाकिस्तान के 150-200 सदस्य हैं। एक्यूआईएस का मौजूदा नेता ओसामा महमूद है, जिसने असीम उमर के बाद संगठन की बागडोर संभाली है।'
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट का अंश
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 'इसलामिक स्टेट की भारतीय शाखा हिंद विलाया के नाम से जानी जाती है और इसके 180-200 सदस्य वहाँ मौजूद हैं। केरल और कर्नाटक राज्यों में आईएसआईएल के सदस्य सक्रिय हैं।'
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल मई में इसलामिक स्टेट ने भारत में नए 'प्रांत' की स्थापना का एलान किया। यह तब पता चला जब जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ हुई और उसमें कुछ आतंकवादी मारे गए।
इसके पहले जम्मू-कश्मीर में हुए कई आतंकवादी हमलों को इसलामिक स्टेट के खोरासान प्रांत से जोड़ कर देखा गया था। इसकी स्थापना 2015 में हुई थी ताकि अफ़ग़ानिस्तान, पाकिस्तान और आसपास के इलाक़ों पर कब्जा किया जा सके।
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