6. गोपाल कांडा बेक़सूर है या अपराधी, यह तो क़ानून साक्ष्यों के आधार पर तय करेगा, किंतु उसका चुनाव जीतना उसे अपराधों से बरी नहीं करता। चुनाव जीतने के बहुत सारे फैक्टर होते हैं।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 25, 2019
8. हरियाणा में हमारी सरकार ज़रूर बने, लेकिन यह तय करिए कि जैसे @BJP4India के कार्यकर्ता साफ़-सुथरे ज़िंदगी के होते हैं, हमारे साथ वैसे ही लोग हों। #HaryanaElections2019
— Uma Bharti (@umasribharti) October 25, 2019
ताज़ा ख़बर यह है कि इस बीच गोपाल कांडा ने बीजेपो को सरकार बनाने में समर्थन करने का एलान कर दिया है। उन्होंने कहा है, 'मेरे पिता 1926 से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ हुए थे। उन्होंने आज़ादी के बाद पहला चुनाव जनसंघ के टिकट पर लड़ा था।'
#WATCH Haryana Lokhit Party's Gopal Kanda,candidate from Sirsa assembly seat:All independent candidates have extended their unconditional support to BJP. My father was associated with RSS since 1926,fought 1st general elections of the country after independence on Jansangh ticket pic.twitter.com/FeS9c9Valq
— ANI (@ANI) October 25, 2019
इसके साथ ही यह साफ़ हो गया है कि उमा भारती कुछ भी कहें, बीजेपी कांडा की मदद से सरकार बनाने जा रही है।
गीतिका शर्मा की आत्महत्या के छह महीने बाद उनकी माँ ने भी आत्महत्या कर ली थी और उन्होंने भी अपने सुसाइड नोट में कथित तौर पर कांडा का नाम लिया था।
गोपाल कांडा को लगभग 18 महीने जेल में रहना पड़ा था। बाद में मार्च 2014 में दिल्ली हाईकोर्ट ने उन पर लगे बलात्कार के आरोप हटा लिए थे और उन्हें ज़मानत दे दी थी।
ज़मानत पर बाहर आने के बाद साल 2014 में ही गोपाल कांडा ने अपने भाई के साथ मिलकर हरियाणा लोकहित पार्टी का गठन किया और विधानसभा चुनाव भी लड़ा था।
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