बीजेपी और उससे जुड़े संगठनों के नेताओं में बहुचर्चित फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को भुनाने की कथित तौर पर होड़ मची हुई है। यह फिल्म पार्टी आलाकमान की नज़रों में ‘चढ़ने’ और ‘अपने नंबर बढ़ाने’ की कथित सीढ़ी के तौर पर भी चर्चाओं में बनी हुई है। कोई भी नेता अवसर को भुनाने का मौका छोड़ने को तैयार नहीं है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई एक घोषणा को उपरोक्त कथित ‘होड़ और नंबर बढ़ाने’ वाली सीढ़ी से जोड़कर देखा जा रहा है।
शिवराज सिंह भोपाल के स्मार्ट पार्क में हर दिन लगाये जाने वाले पौधे रोपने के कार्यक्रम में विवेक अग्निहोत्री को साथ लेकर गए। आज के आयोजन में कश्मीरी पंडितों को बुलवाया गया था। सीएम और अग्निहोत्री के पहुंचने के पूर्व काफी संख्या में कश्मीर से विस्थापित हिन्दू, स्मार्ट पार्क में जमा रहे।
मामला यहीं तक सीमित नहीं रहा, विवेक अग्निहोत्री ने कश्मीर में हुए नरसंहार की विभीषिका और कश्मीरी हिन्दुओं पर हुए ‘जुल्म-ओ-सितम’ को दिखाने वाला ‘जेनोसाइड म्यूज़ियम’ भोपाल में स्थापित करने का प्रस्ताव रखा। मुख्यमंत्री ने अग्निहोत्री के इस प्रस्ताव को बिना विलंब किये न केवल स्वीकार कर लिया, बल्कि लगे हाथों घोषणा कर दी कि संग्रहालय के लिए सरकार मुफ़्त जमीन उपलब्ध करायेगी।
मुख्यमंत्री ने पूरा प्रस्ताव पेश करने का आग्रह ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म के लेखक और निर्माता अग्निहोत्री से करते हुए यह भी भरोसा दिलाया कि संग्रहालय के निर्माण में अन्य जो भी आवश्यकताएं वे बतायेंगे, सरकार हर संभव मदद उन्हें करेगी।
विवेक अग्निहोत्री ने पत्रकारों से संक्षिप्त बाचतीत में कहा, ‘वे भोपाल के हैं। उनकी पत्नी पल्लवी जोशी इंदौर की हैं। इसी वजह से उन्हें भोपाल में जेनोसाइड म्यूज़ियम स्थापित करने का विचार आया।’
विवेक ने यह भी बताया, ‘कश्मीरी हिन्दुओं पर हुए अन्याय-अत्याचार से जुड़े दर्द को लोगों तक पहुंचाने के लिए बहुत शीघ्र वे और फिल्म से जुड़े लोग यात्रा पर निकलेंगे।’
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