आरोपी दिनेश ने अगले दिन वीडियो दोस्त को भेजा। अन्य ग्रुप्स पर आगे बढ़ाया। इसके बाद वीडियो वायरल हो गया। वायरल वीडियो से ही मृत बुजुर्ग की पहचान हुई। हत्या सहित कई धाराओं में एफआईआर हुई।
पूर्व पार्षद पत्नी से भी करता था झगड़ा
एसपी वर्मा ने बताया आरोपी, बीजेपी की पूर्व पार्षद अपनी पत्नी बीना कुशवाहा से भी आये दिन विवाद करता था। यह खुलासा स्वयं बीना ने पुलिस द्वारा की गई छानबीन और पूछताछ में किया है। आरोपी का मोहल्ले और अन्य क्षेत्रों के लोगों से भी विवाद हुआ करता था। उसे नेतागिरी का शौक था। भाजयुमो में पदाधिकारी भी रहा। भीड़ जुटाना। पुलिस और प्रशासन में शिकायतें करना। जुलूस-जलसे निकालना भी उसकी प्रवृत्ति में शुमार था। हालांकि उसके खिलाफ पुलिस में कोई मामला-मुकदमा पहले कायम नहीं हुआ है।यह था पूरा घटनाक्रम
बता दें मनासा में 19 मई को एक वृद्ध का शव मिला था। पुलिस ने मर्ग कायम किया था। सड़क पर मृत मिले वृद्ध का एक वीडियो अगले दिन वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में एक शख्स बेरहमी से पिटाई करता युवक नज़र आया था।वायरल वीडियो को देखकर रतलाम जिले की जावरा तहसील सरसी गांव निवासी राजेश जैन ने मृतक की पहचान की थी। मृतक रतलाम जिले की सबसे बुजुर्ग सरपंच पिस्ताबाई (85 वर्ष) का बेटा और राजेश का बड़ा भाई निकला था। पिस्ताबाई का पूरा परिवार 15 मई को राजस्थान के चित्तौडगढ़ में भेरूजी की पूजा के लिए गया था। यहीं से भंवरलाल जैन लापता हो गए थे। परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।पुलिस को रिपोर्ट का इंतजार
सवालों के जवाब में एसपी सूरज वर्मा ने बताया मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का पुलिस को इंतजार है। तीन डॉक्टरों के पैनल ने पीएम किया है। पीएम की वीडियो ग्राफी हुई है। मामला संवेदनशील है, इसलिए बारीकी के साथ रिपोर्ट बनाने के लिए डॉक्टरों ने कुछ वक्त मांगा है। सवालों के जवाब में एसपी ने कहा, ‘प्रथम दृष्टया भंवरलाल की मौत पिटाई से होना माना गया है। उनके शरीर पर चोटों के किसी तरह के निशान नहीं मिलने की बात भी एसपी ने कही है।’एसपी का कहना है, ‘पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही भंवरलाल की मौत का अंतिम निष्कर्ष निकल पायेगा। वे 15 मई से लापता हुए थे। उन्होंने कुछ खाया-पीया था अथवा नहीं? भीषण गर्मी की चपेट में तो नहीं आये थे? यह सब भी पीएम रिपोर्ट से स्पष्ट हो पायेगा।’ग्रामीणों ने दिया अल्टीमेटम
मृतक भंवरलाल के गांव के लोगों ने आरोपी दिनेश के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से अनुरोध किया है कि एक निर्दोष और मानसिक रूप से बीमार बुजुर्ग पर कहर बरपाने वाले को कतई ना बख्शा जाये। भले ही वह बीजेपी से जुड़ा है, लेकिन उसे भी ऐसा सबक सिखाया जाये जो नजीर बने।दिनेश के घर को बुलडोज़र चलाकर धराशायी करने की मांग भी ग्रामवासी कर रहे हैं। ग्रामीणों ने चेताया है कि मंगलवार तक आरोपी का घर नहीं तोड़ा गया तो वे मनासा पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे।उधर मनासा प्रशासन ने बताया है घर आरोपी के पिता के नाम है। वे अब नहीं हैं। आरोपी की मां घर की मालिक हैं। घर का बंटवारा नहीं हुआ है। घर बहुत पुराना है। इन सब वजह से ही प्रशासन बुलडोज़र चलाने की कार्रवाई नहीं कर पा रहा है।
अपनी राय बतायें