गुरुवार को संसद में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच नोकझोंक होने की खबर है। हुआ यह कि लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपत्नी कहे जाने को लेकर सदन में हंगामा हुआ और इसे लेकर माहौल तनावपूर्ण था और सदन स्थगित हो चुका था।
अधीर के बयान पर हंगामे के बाद जब सोनिया गांधी बीजेपी की सांसद रमा देवी के पास पहुंचीं और उन्हें यह बताया कि अधीर रंजन चौधरी ने अपने बयान के लिए माफी मांग ली है तो स्मृति ईरानी और कुछ अन्य सांसदों ने इसमें दखल दिया और नारेबाजी की।
इस पर सोनिया गांधी ने स्मृति ईरानी से कहा कि वह उनसे बात ना करें। इसे लेकर माहौल और तनावपूर्ण हो गया। इस दौरान एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले सोनिया गांधी को वहां से दूर ले गईं। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी भी बीच में आए और उन्होंने तनाव को कम करने की कोशिश की।
आज लोकसभा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमर्यादित और अपमानजनक व्यवहार किया! लेकिन क्या स्पीकर इसकी निंदा करेंगे? क्या नियम सिर्फ विपक्ष के लिए होते हैं?
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 28, 2022
क्या है पूरा मामला?
अधीर रंजन चौधरी ने एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए राष्ट्रपत्नी शब्द का प्रयोग किया था। हालांकि विवाद होने के बाद उन्होंने कहा कि यह शब्द उनसे ग़लती से निकल गया था।
बीजेपी ने संसद के दोनों सदनों में इसे जोर-शोर से उठाया और कहा कि कांग्रेस को बर्दाश्त नहीं है कि कोई आदिवासी देश के राष्ट्रपति के पद तक पहुंचे। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और निर्मला सीतारमण ने संसद में मोर्चा संभाला और कहा कि अधीर रंजन चौधरी के बयान के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए।
बीजेपी सांसदों का प्रदर्शन
स्मृति ईरानी ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी का यह बयान आदिवासी विरोधी, दलित विरोधी और महिला विरोधी है। बीजेपी और एनडीए के सांसदों ने अधीर रंजन चौधरी के बयान को लेकर संसद परिसर में प्ले कार्ड लेकर भी प्रदर्शन किया। बीजेपी की महिला सांसदों ने कहा कि इस तरह के बयान को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
'मुझसे चूक हुई'
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि एक प्रदर्शन के दौरान बयान देते वक्त राष्ट्रपति बोलने के बाद उनके मुंह से राष्ट्रपत्नी शब्द निकल गया। उन्होंने कहा कि भारत के राष्ट्रपति के पद पर ब्राह्मण, मुसलमान, आदिवासी या जो कोई भी हो, हमारे लिए वह राष्ट्रपति है। उन्होंने कहा कि यह शब्द सिर्फ एक बार निकला और उनसे चूक हुई है लेकिन बीजेपी बेवजह बात का बतंगड़ बना रही है।
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