कई केंद्रीय मंत्रियों और उनके विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को दफ़्तर पहुँच कर काम करना शुरू कर दिया है।
सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, रसायन व उर्वरक मंत्री डी. वी. सदनानंद गौड़ा, आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा और युवा मामलों के राज्य मंत्री किरेन रिजुजू ने अपने-अपने कार्यालय पहुँच कर कामकाज शुरू कर दिया।
दो दिन पहले यानी शनिवार की शाम केंद्र सरकार ने निर्देश दिया था कि जिन सरकारी कर्मचारियों को गाड़ी की सुविधा मिली हुई है, वे अपने-अपने ऑफ़िस पहुँच कर काम शुरू करें।
क्या करें कर्मचारी?
उसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए एक बैठक की थी और उन्होंने उसमें कहा था, ‘जान भी, जहान भी।’ इसके बाद ही देर शाम को सरकार का निर्देश जारी किया गया था, जिसमें काम पर लौटने की बात कही गई थी। मंत्रियों से कहा गया है कि वे ऑफ़िस के 50 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ काम करें।
लेकिन दिक्क़त उन वरिष्ठ कर्मचारियों के साथ है, जिन्हें सरकार से गाड़ी की सुविधा नहीं मिली है। सार्वजनिक परिवहन अभी भी शुरू नहीं हुआ है, ऐसे में वे अपने दफ़्तर कैसे जाएं
लेकिन इन दफ़्तरों में एहतियात बरती जा रही है। मंत्रालय में घुसने के पहले टेम्प्रेचर गन से सबका तापमान लिया गया और उनकी गाड़ियों को सैनिटाइज कर दिया गया।
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