NCP प्रमुख शरद पवार ने अपने भतीजे अजीत पवार के इस जुमले का मजाक उड़ाया है कि उन्हें (शरद को) सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह काम करना जारी रखेंगे क्योंकि पार्टी कार्यकर्ता चाहते हैं कि वह काम करते रहें। पवार ने कहा- “क्या आप जानते हैं कि मोरारजी देसाई किस उम्र में प्रधान मंत्री बने थे? मैं प्रधानमंत्री या मंत्री नहीं बनना चाहता, बल्कि केवल लोगों की सेवा करना चाहता हूं।''
बुजुर्ग मराठी नेता शरद पवार ने आज से प्रदेश का राज्यव्यापी दौरा शुरू कर दिया है, ताकि पार्टी को खड़ा किया जा सके। आज नासिक में उनकी पहली रैली है। वो कल रविवार को धुले में होंगे। महाराष्ट्र के अन्य इलाकों में भी उनके कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई जा रही है।
इंडिया टुडे के मराठी डिजिटल समाचार चैनल मुंबई तक को दिए इंटरव्यू में शरद पवार ने यह कहते हुए कि वह अभी बूढ़े नहीं हुए हैं, शरद पवार ने पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शब्दों को दोहराया- "ना थका हूं, न रिटायर हुआ हूं।"
पवार ने कहा, "वे (अजीत पवार) मुझे रिटायर होने के लिए कहने वाले कौन होते हैं? मैं अभी भी काम कर सकता हूं।"
अजीत पवार ने परिवार में उत्तराधिकार की लड़ाई पर सवाल के जवाब में कहा था कि उन्हें दरकिनार कर दिया गया क्योंकि वह किसी (शरद पवार) के बेटे नहीं थे। जवाब में शरद पवार ने कहा कि “मैं इस विषय पर ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता। मुझे पारिवारिक मुद्दों पर परिवार के बाहर चर्चा करना पसंद नहीं है।” शरद पवार ने कहा कि अजीत को मंत्री बनाया गया और उपमुख्यमंत्री भी बनाया गया लेकिन उनकी बेटी सुप्रिया सुले को कोई मंत्री पद नहीं दिया गया, जबकि यह संभव था।
बहरहाल, अजीत पवार और आठ अन्य एनसीपी विधायकों के महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में शामिल होने के एक हफ्ते बाद, शरद पवार ने शनिवार से अपने राज्यव्यापी दौरे की शुरुआत कर दी है। वो विद्रोही पार्टी नेता और मंत्री छगन भुजबल के निर्वाचन क्षेत्र में भी जा रहे हैं, जिसके गहरे अर्थ हैं।
पवार द्वारा अपनी पार्टी के पुनर्निर्माण की कवायद शुरू करने के लिए मुंबई से 250 किमी उत्तर में स्थित एक छोटे से शहर येओला को चुनने को इस अस्सी वर्षीय नेता के पार्टी के पुनर्निर्माण के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
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