कोरोना संक्रमण के मामलों में जो तेज़ी आई है वह अगले महीने यानी अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में अपने शिखर पर होगी। यानी हर रोज़ कोरोना संक्रमण के मामले अप्रैल तक बढ़ते रहने के आसार हैं। स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया यानी एसबीआई ने एक रिपोर्ट में यह आशंका जताई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कोरोना संक्रमण में यह तेज़ी साफ़ तौर पर दूसरी लहर की ओर संकेत देते हैं।
कितने दिन तक कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर रहेगी, इसकी संभावना भी रिपोर्ट में दी गई है। रिपोर्ट का अनुमान है कि दूसरी लहर 100 दिन तक रह सकती है। दूसरी लहर को 15 फ़रवरी से गिना जा सकता है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अब तक जैसी स्थिति दिख रही है उससे लगता है कि दूसरी लहर में क़रीब 25 लाख लोग संक्रमित होंगे।
इस पर एसबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन या पाबंदियाँ अप्रभावी रही हैं और बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान ही एक उम्मीद की कीरण है जिससे इस लड़ाई को जीता जा सकता है।
रिपोर्ट में राज्यों में टीकाकरण की गति में वृद्धि के लिए भी सुझाव दिया गया है। मौजूदा समय में 34 लाख से बढ़ाकर 40-45 लाख प्रतिदिन टीकाकरण करने का मतलब है कि 45 साल से अधिक उम्र के नागरिकों का टीकाकरण अब से चार महीने में पूरा किया जा सकता है।
एसबीआई की यह रिपोर्ट सचेत होने का इशारा करती है। यह इसलिए कि कोरोना के मामलों में बेतहाशा उछाल जारी है और बीते 24 घंटों में संक्रमण के नए मामलों का जो आँकड़ा सामने आया है, वह डराने वाला है। नए मामलों का यह आँकड़ा 53,476 है और इस दौरान 251 लोगों की मौत हुई है। यह आंकड़ा बीते 5 महीनों में सबसे ज़्यादा है। इस दौरान 26,490 लोगों ने इस महामारी को मात दी है।
देश में अब तक 1,17,87,508 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और 1,60,730 लोगों की मौत हो चुकी है। देश भर में एक्टिव मामलों की संख्या 3,92,290 है।
चिंता इस बात से भी बढ़ रही है कि कोरोना के कई नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं। केंद्र सरकार ने कहा है कि 18 राज्यों में एक नए 'डबल म्यूटैंट' वैरिएंट के मामले सामने आए हैं। हालाँकि यह साफ़ नहीं है कि कोरोना संक्रमण के मामलों में जो तेज़ी दिख रही है वह इस नये स्ट्रेन की वजह से है या नहीं।
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