किसान आंदोलन को लेकर कई बार मोदी सरकार को चेता चुके मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बहुत बड़ा बयान दिया है। मलिक ने कहा है कि जब वे कश्मीर के उप राज्यपाल बने, तब उनके पास दो फ़ाइलें आयी थीं।
मलिक के मुताबिक़, एक फ़ाइल में अंबानी शामिल थे जबकि दूसरी फ़ाइल में आरएसएस के एक बड़े अफ़सर। मलिक ने कहा, जिन विभागों की ये फ़ाइलें थीं, उनके सचिवों ने मुझे बताया कि इन फ़ाइलों में घपला है।
मलिक ने कहा कि उन्होंने इन दोनों फ़ाइलों से जुड़ी डील को रद्द कर दिया। राज्यपाल ने कहा कि सचिवों ने उन्हें यह भी बताया कि इन दोनों फ़ाइलों में उन्हें 150-150 करोड़ रुपये मिल सकते हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आने वाले मलिक ने कहा कि उन्होंने सचिवों को बताया कि वे पांच जोड़ी कुर्ते-पायजामे के साथ आए हैं और इनके साथ ही जाएंगे। मलिक राजस्थान के झुंझनू में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित कर रहे थे। मलिक का यह बयान सोशल मीडिया पर ख़ासा वायरल हो रहा है।
मोदी से मिले
मलिक ने आगे कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले और उन्हें इन फ़ाइलों और घपले के बारे में बताया। राज्यपाल के मुताबिक़, उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि वे अपना पद छोड़ने के लिए तैयार हैं लेकिन अगर वे पद पर रहे तो इन फ़ाइल्स को क्लियर नहीं करेंगे।
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री की तारीफ़ की और कहा, “मोदी ने मुझसे कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में किसी तरह का समझौता करने की ज़रूरत नहीं है।”
राज्यपाल ने एक और सनसनीखेज़ दावा करते हुए कहा कि कश्मीर भारत की सबसे भ्रष्ट जगह है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में 4-5 फ़ीसदी कमीशन मांगा जाता है लेकिन कश्मीर में 15 फ़ीसदी कमीशन की मांग होती है।
...ईडी, इनकम टैक्स वाले पहुंच जाते
सत्यपाल मलिक को किसी तरह की हल्की बात करने के लिए नहीं जाना जाता है। वह किसान आंदोलन को लेकर मोदी सरकार और बीजेपी को कई बार खरी-खरी सुना चुके हैं।
दोबारा नहीं आएगी सरकार
मलिक ने हाल ही में केंद्र सरकार से अपील की थी कि वह आंदोलनकारी किसानों की मांगों को मान ले। उन्होंने कहा था कि अगर किसानों की मांगें नहीं मानी गईं तो ये सरकार दोबारा सत्ता में नहीं आएगी। उनके इस बयान को सोशल मीडिया से लेकर मेन स्ट्रीम मीडिया में ख़ूब जगह मिली थी। मलिक ने कहा था कि बीजेपी का कोई नेता उत्तर प्रदेश के मेरठ, बाग़पत, मुज़फ्फरनगर के किसी गांव में घुस तक नहीं सकता।
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