loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
56
एनडीए
24
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
233
एमवीए
49
अन्य
6

चुनाव में दिग्गज

बाबूलाल मरांडी
बीजेपी - धनवार

आगे

कल्पना सोरेन
जेएमएम - गांडेय

पीछे

RSS की सुरक्षा CISF के हवाले, एयरपोर्ट पर निजी गार्ड!

आरएसएस की सुरक्षा पूरी तरह सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) के हवाले कर दी गई है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है। दूसरी तरफ देश के तमाम एयरपोर्ट से सीआईएसएफ की सुरक्षा हटाकर वहां निजी कंपनियों के सुरक्षा गार्ड तैनात किए जा रहे हैं। हालांकि एयरपोर्ट की सुरक्षा ज्यादा महत्वपूर्ण है।
सीआईएसएफ ने 1 सितंबर, से नागपुर में आरएसएस मुख्यालय और दिल्ली के झंडेवालान में केशवकुंज ऑफिस की सुरक्षा संभाल ली है। नागपुर के बाद दिल्ली के झंडेवालान में ही संघ का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण केंद्र है।

ताजा ख़बरें
सीआईएसएफ के अधिकारियों सहित लगभग 150 जवान, सोमवार शाम नागपुर और झंडेवालान पहुंचे, और वहां तैनात एसआरपीएफ और लोकल पुलिस की जगह सुरक्षा संभाल ली। करीब 15 वर्षों से संघ मुख्यालय इन्हीं की सुरक्षा थी।  
नागपुर और झंडेवालान में सीआईएसएफ टीम का नेतृत्व डीसीपी रैंक का अधिकारी करेगा। नागपुर में इन लोगों को फिलहाल मुख्यालय के पास एक स्कूल में ठहराया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाल ही में नागपुर और झंडेवालान दफ्तरों का सुरक्षा ऑडिट किया था। उसके बाद संघ के दोनों दफ्तरों की सुरक्षा सीआईएसएफ के हवाले करने का फैसला किया गया। हालांकि सीआईएसएफ को बनाने का मकसद अलग था लेकिन अब ज्यादातर ऐसे कामों में उनकी तैनाती हो रही है।
संघ प्रमुख मोहन भागवत को खतरे की आशंका के मद्देनजर 'जेड प्लस' सुरक्षा पहले से ही मिली हुई है। जून 2006 में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के तीन आतंकवादियों को पुलिस ने मार गिराया था जब उन्होंने नागपुर में आरएसएस मुख्यालय में प्रवेश करने की कोशिश की। उसके बाद सरकार ने संघ मुख्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी थी।

एयरपोर्ट पर निजी सुरक्षा गार्ड

एक तरफ संघ मुख्यालय की सुरक्षा सीआईएसएफ के हवाले कर दी गई है तो दूसरी तरफ देश के तमाम एयरपोर्ट से सीआईएसएफ की जगह निजी कंपनियों के सुरक्षा गार्ड तैनात किए जा रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने इस मुद्दे को उठाते हुए सरकार की कड़ी आलोचना की है।

विमानन सुरक्षा नियामक बीसीएएस द्वारा तैयार ब्लूप्रिंट के तहत कुल 3,049 सीआईएसएफ विमानन सुरक्षा पदों को समाप्त कर दिया गया। इनकी जगह 1,924 निजी सुरक्षा कर्मी तैनात किए जाएंगे। बाकी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे और बैगेज स्कैनर जैसी स्मार्ट निगरानी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।
देश से और खबरें
हालांकि एक अधिकारी ने टाइम्स नाउ को बताया कि निजी सुरक्षा कर्मियों को दिल्ली, मुंबई और अन्य हवाई अड्डों पर गैर-संवेदनशील काम के लिए तैनात किया जा रहा है। जैसे कि लाइन लगवाने का मैनेजमेंट, एयरलाइंस के कर्मचारियों और यात्रियों की सुरक्षा सहायता और टर्मिनल क्षेत्र के अंदर कुछ एंट्री और एग्जिट (निकासी) वाले प्वाइंट पर उनकी तैनाती की जाएगी।

इस अधिकारी ने टाइम्स नाउ से कहा कि सीआईएसएफ एंट्री के समय यात्रियों के क्रेडेंशियल्स की जांच, यात्रियों की तलाशी, तोड़फोड़ रोधी अभ्यास, सेकेंडरी लैडर प्वाइंट चेक और शहर और हवाई क्षेत्र के हवाई अड्डों को आतंकवाद विरोधी कवर प्रदान करने के अपने मुख्य कार्य को जारी रखेगा।

बहरहाल, अधिकारी के बयान से यह साफ हो गया है कि इन एयरपोर्टों पर निजी कंपनियों के सुरक्षा गार्ड अब ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें