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एक ओर मारामारी, दूसरी ओर OLX पर 6 हज़ार में बिक रहा रेमडेसिवर इंजेक्शन

देश के कई राज्यों में कोरोना से जान बचाने वाले रेमडेसिवर इंजेक्शन के लिए लाइनें लग रही हैं। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात सहित कई राज्यों में लोग इस इंजेक्शन के लिए कई दिनों तक लाइन में लग रहे हैं। लेकिन फिर भी यह इंजेक्शन नहीं मिल रहा है। एक ओर ये हालात हैं, दूसरी ओर रेमडेसिवर का इंजेक्शन ख़रीद-फरोख़्त की वेबसाइट ओएलएक्स पर 6000 रुपये में मिल रहा है। 

इंडिया टुडे ने इस संबंध में ख़बर प्रकाशित की है। ख़बर के मुताबिक़, महाराष्ट्र और गुजरात में कई ओएलएक्स यूजर्स इस इंजेक्शन को बेच रहे हैं। निश्चित रूप से यह कालाबाजारी ही है क्योंकि इन लोगों का इस इंजेक्शन का स्टॉक आम लोगों तक पहुंचाने के लिए मिला होगा लेकिन इन्होंने चंद पैसों के लिए इन्हें ओएलएक्स पर बेच दिया। 

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ओएलएक्स की वेबसाइट पर इससे जुड़ी काफी एंट्रीज हैं। इंडिया टुडे ने एंट्री डालने वाले एक शख़्स से संपर्क किया लेकिन उससे बात नहीं हो सकी। यह शख़्स मुंबई के अंधेरी का था। सत्यम नाम का एक दूसरा शख़्स जो गुजरात का रहने वाला है, उसने इस इंजेक्शन की 100 शीशियों को लेकर एंट्री डाली थी और हर शीशी की क़ीमत 1,400-1,600 रुपये बताई थी। 
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मध्य प्रदेश में शुक्रवार को दवा की दुकान चलाने वाले एक शख़्स और उसके दो साथियों को पुलिस की स्पेशल टास्क फ़ोर्स ने गिरफ़्तार किया है। इनकी गिरफ़्तारी इस इंजेक्शन की कालबाज़ारी करने के आरोप में की गई है। 

देश के कई राज्यों में इस इंजेक्शन की कालाबाजारी की बात भी सामने आ रही है। दवा की दुकानों में यह इंजेक्शन ख़त्म हो गया है और ऐसे में लोग इस इंजेक्शन के लिए बेहद परेशान हैं। लेकिन ओएलएक्स पर इस इंजेक्शन का बिकना अंधेरगर्दी है और इसके लिए पैसों के लिए भूखे हो चुके लोग ही जिम्मेदार हैं। 

बेकाबू होता संक्रमण

देश में लगातार 2 दिन कोरोना संक्रमण के 2 लाख से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। कई राज्यों में संक्रमण बेकाबू होता दिख रहा है और अस्पतालों से लेकर श्मशानों तक लंबी कतार दिखाई दे रही है।

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क़मर वहीद नक़वी
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