राहुल के प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी पर उन्होंने कहा कि मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहता। उन्होंने साफ़ किया कि जो भी प्रधानमंत्री बने वह देश के साथ धोखा न करे। 2019 की संभावनाओं पर उन्होंने कहा कि 2019 में क्या होगा, इस पर कोई कुछ नहीं कह सकता है लेकिन इसमें संघर्ष और चुनौती है और संघर्ष ज़ोरदार होगा। बाबा रामदेव ने नोटबंदी को अधूरा बताया और कहा कि जीएसटी से भी लोगों को परेशानी हुई।
सत्तारूढ़ दलों और विपक्ष के साथ अपने संबंधों के बारे में बाबा ने कहा, ‘मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेम है लेकिन विपक्ष से किसी तरह का बैर नहीं है’।
किसानों की क़र्ज़माफ़ी पर रामदेव ने कहा, ‘आज़ादी के बाद 70 सालों में सात वेतन आयोग बने लेकिन किसानों के लिए कोई आयोग नहीं बना। सभी पार्टियाँ जाति, मज़हब के आधार पर टिकट देती हैं। किसानों को एकजुट होना चाहिए। राजनीतिक असहिष्णुता चरम पर है और सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों एक जैसे हैं।’
बातचीत के दौरान रामदेव काले धन से जुड़े सवालों के जवाब देने से बचते रहे। रामदेव 2014 लोकसभा चुनाव से पहले काले धन को लेकर बड़ा आंदोलन कर चुके हैं। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, ‘मैं पहले सीधे-सीधे जवाब देता था लेकिन आजकल डिप्लोमेटिक जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ता है।’
अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने के मुद्दे पर रामदेव ने कहा कि यह कोई चुनावी मुद्दा नहीं है। मंदिर एक अलग मुद्दा है, इसे चुनाव से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। मंदिर, अयोध्या में नहीं बनेगा तो क्या अफ़गानिस्तान, पाकिस्तान, मक़्का मदीना और वैटिकन सिटी में बनेगा?क़रीब 17 मिनट लंबे इस इंटरव्यू में राजनीतिक सवालों का हिस्सा आप नीचे सुन सकते हैं।
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