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फाइल फोटो

अमित शाह के इशारे के बिना राहुल के घर नहीं पहुँचती पुलिस: कांग्रेस

राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान के जिस बयान को लेकर दिल्ली पुलिस ने पहले नोटिस जारी किया था, उसी मामले में अब उनके घर पर पहुँच गई है। दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई को कांग्रेस ने 'धमकाने का प्रयास' क़रार दिया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा, 'अमित शाह के संकेत के बिना दिल्ली पुलिस राहुल गांधी से पूछताछ करने के लिए उनके आवास पर नहीं पहुंच सकती।' पार्टी के वरिष्ठ नेताओं- शक्तिसिंह गोहिल और अभिषेक मनु सिंघवी के साथ राहुल के आवास पर पहुंचे गहलोत ने दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई की आलोचना की। 

कांग्रेस ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस यह 'शर्मनाक क़दम' उठा रही है। अशोक गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र ख़तरे में है और राहुल गांधी इस पर सवाल उठा रहे हैं तो इनको तकलीफ क्यों हो रही है। 

गहलोत ने संवाददाताओं से कहा, 'जिस तरह से वे बर्ताव कर रहे हैं वह ऊपर से संकेत के बिना संभव नहीं है। मैं नहीं मानता कि दिल्ली पुलिस खुद से आगे बढ़कर ऐसा पहल कर सकती है। कोई कारण ही नहीं है।' उन्होंने आगे कहा कि 'अमित शाह और गृह मंत्रालय के आदेश के बिना पुलिस ऐसा करने की हिम्मत नहीं करती। वे बिना वजह एक राष्ट्रीय नेता के आवास में घुस गए हैं। और पुलिस ने ऐसा इस तथ्य के बावजूद किया है कि राहुल पहले ही कह चुके हैं कि उसके नोटिस का जवाब दिया जाएगा।' 

गहलोत ने कहा, 'बिना किसी ऊपरी इशारे के दिल्ली पुलिस इस प्रकार का साहस करे, यह असंभव है। 75 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा होगा कि इस आधार पर केस दायर कर किसी राजनेता से पूछताछ की गई हो। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।'

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प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, '16 मार्च को राहुल गांधी जी को एक नोटिस भेजा गया। जिसमें दिल्ली पुलिस ने उनसे 'भारत जोड़ो यात्रा' में मिली पीड़ित महिलाओं की जानकारी मांगी थी। आज पुलिस नए नोटिस के साथ फिर यही सवाल पूछने आ गई। यह उत्पीड़न, प्रतिशोध और धमकी की राजनीति का नया आयाम बनाया गया है।'

पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि मोदी जी के 'परम मित्र' को बचाने के लिए मोदी सरकार पूरी तरह बौख़ला गई है! उन्होंने पूछा कि भारत जोड़ो यात्रा के 45 दिन बाद आख़िर दिल्ली पुलिस राहुल गांधी के घर क्यों गई?

बता दें कि दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को राहुल गांधी को नोटिस दिया था। यह नोटिस भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दुष्कर्म पीड़ितों की जानकारी दिए जाने को लेकर है। नोटिस में दिल्ली पुलिस ने राहुल से कहा कि वह उन पीड़ितों की जानकारी साझा करें जिन्होंने यात्रा के दौरान उनसे शारीरिक शोषण की शिकायत की थी। 

अशोक गहलोत ने आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राहुल ने 'राष्ट्र के हित' में यात्रा के दौरान जो कुछ भी उठाया था, उसे साझा किया था। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार संवाददाताओं से गहलोत ने कहा, 'पुलिस का कृत्य मुझे इंदिरा गांधी के समय की याद दिलाता है। सब जानते हैं कि नतीजा क्या निकला, उन्हें कैसे हार का सामना करना पड़ा। आज जो हुआ वह साधारण नहीं है, देश उन्हें माफ नहीं करेगा।'

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कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि राहुल के आवास की ओर जाने वाली गली में प्रवेश करने पर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। उन्होंने कहा, 'जब मैंने उनसे पूछा कि किस नियम के तहत तो वे रुक गए। लेकिन इस देश में हो क्या रहा है? क्या कोई आपातकाल या कर्फ्यू है? उनका इरादा हमें डराना है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।'

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क़मर वहीद नक़वी
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