लोकसभा सचिवालय द्वारा सोमवार को सांसद के रूप में उनकी वापसी को मंजूरी मिलने के कुछ घंटों बाद राहुल गांधी सोमवार को संसद पहुंचे। दोपहर 12 बजे शुरू होने वाली लोकसभा की कार्यवाही में भाग लेने से पहले उन्होंने गांधी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की। और इसके बाद संसद में घुसे। हालाँकि न तो लोकसभा और न ही राज्यसभा में कार्यवाही ज़्यादा चल पाई। हंगामे की वजह से दोनों सदनों को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
कांग्रेस ने राहुल गांधी के संसद भवन पहुँचने के वीडियो को साझा करते हुए ट्वीट किया है कि 'ये करोड़ों भारतवासियों की जीत है। असत्य के खिलाफ सत्य की जीत है। नफ़रत के ख़िलाफ़ मोहब्बत की जीत है।'
संसद की सदस्यता बहाल होने के बाद जननायक @RahulGandhi जी संसद पहुंचे।
— Congress (@INCIndia) August 7, 2023
संसद पहुंचते ही उन्होंने परिसर में लगी गांधी प्रतिमा को प्रणाम कर आशीर्वाद लिया।
ये करोड़ों भारतवासियों की जीत है।
असत्य के खिलाफ सत्य की जीत है।
नफरत के खिलाफ मोहब्बत की जीत है। pic.twitter.com/RjO921MQDn
पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने आपराधिक मानहानि मामले में उनकी सजा पर रोक लगा दी थी। सूरत के मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत ने 23 मार्च को राहुल गांधी को भारतीय दंड संहिता की धाराओं 499 और 500 तहत आपराधिक मानहानि का दोषी ठहराते हुए दो साल जेल की सजा सुनाई थी। इसी दो साल की सजा की वजह से राहुल गांधी को मौजूदा लोकसभा सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। और इसी सजा की वजह से आगामी 2024 लोकसभा चुनाव लड़ने की उनकी योग्यता पर सवालिया निशान लगा दिया था।
राहुल गांधी ने अप्रैल में सूरत की सत्र अदालत से कहा था कि मानहानि मामले में मजिस्ट्रेट की अदालत द्वारा उनकी सजा गलत और साफ़ तौर पर विकृत थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें इस तरह से सजा सुनाई गई थी ताकि संसद सदस्य के रूप में अयोग्यता के दायरे में लाया जा सके। राहुल गांधी को झटका देते हुए गुजरात उच्च न्यायालय ने 7 जुलाई को दोषसिद्धि पर रोक लगाने की उनकी याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी कि 'राजनीति में शुद्धता' समय की ज़रूरत है। इसके बाद राहुल ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया।
बहरहाल, पिछले हफ़्ते सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला आने के बाद राहुल की सदस्यता बहाल करने के लिए काफ़ी दबाव था। आज जब उनकी सदस्यता बहाल कर दी गई तो कांग्रेस ने ट्वीट किया, 'नफरत के खिलाफ मोहब्बत की जीत'।
नफरत के खिलाफ मोहब्बत की जीत ❤️ pic.twitter.com/HWKn3pG53l
— Congress (@INCIndia) August 7, 2023
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'यह भारत के लोगों और विशेष रूप से वायनाड के लिए राहत है। भाजपा और मोदी सरकार के कार्यकाल का जो भी समय बचा है, उसका उपयोग उनको विपक्षी नेताओं को निशाना बनाकर लोकतंत्र को बदनाम करने के बजाय वास्तविक शासन पर ध्यान केंद्रित करके करना चाहिए।'
हंगामे और नारेबाजी के बीच सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा दोनों दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गईं। राज्यसभा में बीजेपी सांसदों ने जहां कांग्रेस शासित राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ कथित अत्याचार पर चर्चा की मांग की, वहीं विपक्षी दल ने मणिपुर में जारी हिंसा पर चर्चा की मांग बरकरार रखी। संसद के मानसून सत्र का यह आखिरी सप्ताह है।
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