राहुल ने यह मुद्दा क्यों उठाया
समझा जाता है कि राहुल गांधी ने जाति जनगणना का मुद्दा अमेरिका में एक रणनीति के तहत उठाया है। अमेरिका में भारत के तमाम ओबीसी समूह और दलित छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं या जॉब में हैं। इनमें दक्षिण भारत से ऐसे छात्रों की तादाद ज्यादा है। हालांकि अमेरिका में अभी भी सवर्ण जाति के लोग ज्यादा रहते हैं। हाल ही में पीएम मोदी के कई कार्यक्रम अमेरिका में हुए। राहुल भारत के जमीनी मुद्दों को अमेरिका में उठा कर मोदी को लेकर वहां चल रहे नेरेटिव को बदलना चाहते हैं।और क्या कहा राहुल नेः उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस भारत को एक उचित जगह बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और "हम समझते हैं कि दलितों, आदिवासियों, गरीबों और अल्पसंख्यकों की भारत आज एक उचित जगह नहीं है।" उन्होंने कहा, "एक न्याय योजना है जो हर भारतीय को न्यूनतम आय प्रदान कर सकती है, मनरेगा जैसी योजनाएं, सार्वजनिक शिक्षा में वृद्धि, सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा और मुझे लगता है कि ये ऐसी चीजें हैं जो इन वर्गों को लाभ पहुंचा सकती हैं। लेकिन सरकार ने इन योजनाओं को कूड़ेदान में डाल दिया है।"
महिला सशक्तिकरण और संसद में महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने में देरी के सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा, 'हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं और पिछली सरकार में हमने इसे पारित करने की कोशिश की थी लेकिन हमारे कुछ सहयोगी इससे खुश नहीं थे। उन्होंने उस बिल को पारित करने की अनुमति नहीं दी। इसलिए मुझे विश्वास है कि अगर हम सत्ता में आए तो हम उस विधेयक को पारित कर देंगे। हम महिलाओं को सशक्त बनाने और राजनीति में उनकी भागीदारी में विश्वास करते हैं।
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