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पीएम मोदी मंगलवार को संसद में

पीएम मोदी ने संसद में राहुल गांधी के भाषण का जवाब आंकड़ों से दिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम को बजट सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए इस बात को रेखांकित किया कि उनकी सरकार ने गरीबों का सच्चा विकास किया है, खोखले नारे नहीं दिये। प्रधानमंत्री ने कहा, "पांच दशकों तक हमने गरीबी हटाओ का नारा सुना और अब हमने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है।" विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को अन्य मुद्दों के अलावा सरकार की "विफल" मेक इन इंडिया नीति को लेकर सरकार की आलोचना की थी। राहुल ने तमाम मुद्दों को उठाया था। लेकिन मोदी ने कुछ सवालों का जवाब आंकड़ों से दिया और कुछ मुद्दों पर मोदी ने मौन साध लिया।

राहुल का भाषण आप यहां क्लिक करके पढ़ और सुन सकते हैं। हालांकि राहुल गांधी के चीन वाले भाषण के अंश पर बीजेपी सांसदों ने राहुल के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है।

पीएम मोदी ने कहा- हमने गरीब लोगों के लिए इतना कुछ किया है कि राष्ट्रपति ने अपने भाषण में इसके बारे में विस्तार से बात की। जो लोग झोपड़ियों में फोटो सेशन करते हैं, उन्हें गरीबों पर चर्चा उबाऊ लगेगी। कुछ नेता जकूजी और स्टाइलिश शावर पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, लेकिन हमारा ध्यान हर घर में पानी का कनेक्शन पहुंचाने पर है। हमारी सरकार ने 12 करोड़ परिवारों को नल से जल दिया। वे हमारे स्वच्छता कार्यक्रम का उपहास उड़ाते थे। हमने सरकारी योजनाओं के 10 करोड़ फर्जी लाभार्थियों को हटा दिया है।

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मोदी ने कहा- हमारा मॉडल है 'बचत भी, विकास भी' - जनता का पैसा, जनता के लिए। हम डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर की योजना लेकर आये। हमने 40 लाख करोड़ रुपये सीधे लोगों के बैंक खातों में जमा किये।

कुछ लोगों के लिए, AI एक फैशनेबल शब्द है। मेरे लिए, इसके दोहरे अर्थ हैं - आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और आकांक्षी भारत। इस बजट में 50,000 नई एआई लैब का प्रावधान है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी पर अप्रत्यक्ष हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोग आजकल शहरी नक्सलियों की भाषा बोल रहे हैं। भारतीय राज्य का विरोध करना नक्सलियों की भाषा है। जो लोग यह भाषा बोलते हैं वे न तो संविधान को समझ सकते हैं और न ही राष्ट्रीय एकता को समझ सकते हैं।


मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने 'तीन तलाक' खत्म कर मुस्लिम महिलाओं को उनका अधिकार दिया है। मोदी ने कहा, ''जो लोग संविधान को अपनी जेब में लेकर चलते हैं, उन्हें नहीं पता कि उन्होंने मुस्लिम महिलाओं को कैसे परेशानी भरी जिंदगी जीने के लिए मजबूर कर दिया था।''

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जहां कुछ लोगों ने "तुष्टिकरण" को चुना था, वहीं उनकी सरकार ने "संतुष्टिकरण" का रास्ता अपनाया है। मोदी ने कहा, "वास्तविक सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता और संविधान के प्रति सम्मान योजनाओं की 100 प्रतिशत संतृप्ति है।"

यह कहते हुए कि जाति के बारे में बात करना कुछ लोगों के लिए फैशन बन गया है, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले 30 से 35 वर्षों से, विभिन्न दलों के संसद सदस्य ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे थे। मोदी ने कहा, ''जो लोग अब इसके बारे में बात करते हैं उन्हें तब यह याद नहीं था, लेकिन हमने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया।''
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क़मर वहीद नक़वी
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