प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर से विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. पर हमला किया है। उन्होंने विपक्षी दलों को भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण करने वाला क़रार दिया। इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी दलों के गठबंधन के नाम से इसे जोड़ते हुए उन दलों पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा, "पूरा देश 'भारत छोड़ो' आंदोलन से प्रेरित होकर अब कह रहा है कि भ्रष्टाचार, वंशवाद, तुष्टीकरण भारत छोड़ो।'
देशभर में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की नींव रखने के बाद प्रधानमंत्री मोदी एक कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर तंज किया और कहा कि वह 'अपने पुराने ढर्रे पर चल रहा है' और उसका रवैया 'न काम करेंगे, न करने देंगे' का है। प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर नकारात्मक राजनीति करने का आरोप लगाया।
बता दें कि पीएम मोदी विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के नाम को लेकर लगातार निशाना साध रहे हैं। 26 विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन के नाम I.N.D.I.A. की घोषणा 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा से मुकाबला करने के लिए की है। पीएम मोदी ने तीन दिन पहले ही गुरुवार को एनडीए सांसदों के साथ बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन को 'घमंडिया' कह कर तंज कसा था।
बिहार के एनडीए सांसदों से बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा था, 'इस गठबंधन को इंडिया न कहें, घमंडिया गठबंधन कहें'। पहले भी पीएम विपक्ष पर तंज कस चुके हैं। उन्होंने कहा, 'यूपीए बदनाम हो गया था, इसलिए इन्होंने अपने नाम बदलकर I.N.D.I.A. रख लिया।'
पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को दिशाहीन करार दिया और कहा कि ऐसे लोग देश के नाम का इस्तेमाल कर जनता को गुमराह नहीं कर सकते।
प्रधानमंत्री मोदी के तंज पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी खुद दिशाहीन हो गए हैं। खड़गे ने राज्यसभा में कहा था, 'हम मणिपुर के बारे में बात कर रहे हैं, जो जल रहा है लेकिन प्रधानमंत्री ईस्ट इंडिया कंपनी के बारे में बात कर रहे हैं और कह रहे हैं कि भारत का मतलब ईस्ट इंडिया कंपनी है।'
उन्होंने ट्वीट किया था, 'आपको North East पर Act EAST Policy नहीं दिख रही, पर आपको EAST India Company दिख रही है। इस INDIA ने ही अंग्रेज़ों की East India Company को हराया था। इस INDIA ने ही Indian Mujahideen को भी हराया था।'
बहरहाल, पीएम मोदी ने रविवार को कहा, 'नकारात्मक राजनीति से ऊपर उठकर हम विकास को प्राथमिकता देते हुए मिशन मोड में सकारात्मक राजनीति की राह पर आगे बढ़ रहे हैं।' उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया का ध्यान भारत पर है।
उन्होंने देश में रेलवे के महत्व के बारे में भी बात की और कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य रेल यात्राओं को सुलभ और आनंददायक बनाना है। उन्होंने कहा कि रेलवे को हमारे देश की जीवन रेखा कहा जाता है, किसी भी भारतीय शहर की पहचान उसके रेलवे स्टेशन से जुड़ी होती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक 'अमृत भारत स्टेशन' अपने शहर की आधुनिक आकांक्षाओं और प्राचीन विरासत का प्रतीक बन जाएगा।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 508 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि 24,470 करोड़ रुपये की लागत वाली यह परियोजना अच्छी तरह से डिज़ाइन किए गए यातायात परिसंचरण को सुनिश्चित करने के साथ-साथ आधुनिक यात्री सुविधाएं प्रदान करेगी।
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